जनता दल यूनाइटेड में चुनाव चिन्ह का मसला लम्बे समय से चुनाव आयोग में लंबित है. बता दें कि पार्टी के चुनाव चिन्ह पर सीएम नीतीश कुमार गुट के अलावा शरद यादव गुट ने भी दावा किया है. नीतीश कुमार के जनता दल यूनाइटेड (जदयू) का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को चुनाव आयोग से भेंट कर पार्टी के चुनाव चिह्न पर जल्द फैसला लेने की मांग करेगा.
उल्लेखनीय है कि शरद यादव गुट भी पार्टी के चुनाव चिह्न ‘तीर’ पर अपना दावा कर रहा है. इस मामले को लेकर पार्टी के राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह, बिहार सरकार में मंत्री राजीव रंजन और सीएम नीतीश कुमार आज सोमवार को चुनाव आयोग से जल्द फैसला देने की मांग करेंगे. नीतीश कुमार गुट वाली जदयू गुजरात में अपनी चार-पांच परंपरागत सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इसलिए वह चुनाव आयोग से जल्द फैसला चाहती है.
बता दें कि त्यागी के अनुसार चुनाव आयोग दो बार फैसला कर चुका है. लेकिन बागी गुट मामले को खींचकर अंतिम फैसले को लटकाना चाहता है, ताकि गुजरात विधानसभा चुनाव में पार्टी के निशान का उपयोग न हो सके. उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों के अपने पक्ष में होने का दावा कर रहे शरद यादव धड़े पर ‘फर्जी’ दस्तावेज पेश करने का भी आरोप लगाया .उन्होंने कहा राज्यसभा सदस्यों को छोड़कर जदयू के सभी विधायकों और सांसदों ने नीतीश कुमार का समर्थन कर अपने शपथ पत्र चुनाव आयोग में पेश किए हैं.
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