नई दिल्ली: दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर माहौल गर्म हो गया है। महाराष्ट्र और झारखंड में चुनावी हलचल के साथ, दिल्ली में भी राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लोगों के बीच जाकर प्रचार कर रहे हैं और भाजपा और केंद्र सरकार पर आरोप लगा रहे हैं। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा ने हर कीमत पर दिल्ली में किए गए विकास कार्यों को रोकने की योजना बनाई है।
केजरीवाल ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में जो भी काम हुए हैं, भाजपा उन्हें बंद कराना चाहती है और इसके लिए वह हर तरह का प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि दिल्ली के स्कूलों, अस्पतालों, और बिजली व्यवस्था को पूरे देश में सराहा जा रहा है। केजरीवाल ने यह भी कहा कि पहले भाजपा उन्हें मुफ्त सेवाएं देने के लिए आलोचना करती थी, लेकिन अब अमित शाह ने भी 200 यूनिट बिजली मुफ्त देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि भाजपा अब शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और स्वास्थ्य सेवाओं की बात कर रही है, जबकि पहले वे आलोचना करते थे।
दिल्ली के तिलक नगर में एक कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने चेताया कि भाजपा "डबल इंजन" सरकार का प्रचार करती है, लेकिन इसे एक छलावा बताया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, और महाराष्ट्र जैसे भाजपा-शासित राज्यों में कहीं भी मुफ्त बिजली, पानी, शिक्षा या इलाज नहीं मिलता है।
उन्होंने अपने परिवार को राजनीति से दूर रखने पर जोर दिया और कहा कि उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनने में कोई दिलचस्पी नहीं है, और उन्होंने परिवारवाद से दूरी बनाए रखी है। उन्होंने कहा कि पार्टी समझदारी से टिकट बांटेगी और जनता से अपील की कि 70 सीटों पर सिर्फ "केजरीवाल" चुनाव लड़ेगा।
'कुत्ता भी ना पेशाब करेगा..', औरंगज़ेब को लेकर ओवैसी पर भड़के फडणवीस
दिल्लीवालों को ठंड के लिए करना होगा इंतज़ार, जानिए कैसा रहेगा आपके राज्य का मौसम?