टोक्यो. जापान के सम्राट अकिहितो 30 अप्रैल, 2019 को अपनी गद्दी छोड़ देंगे. जापान के शाही परिवार में दो से अधिक सदियों में यह पहली सेवानिवृत्ति होगी. इसे विश्व के सबसे पुराने शाही परिवारों में से एक माना जाता है.
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की. प्रधानमंत्री शिंजो आबे और शाही परिवार के सदस्यों समेत 10 सदस्यीय समिति ने बंद कमरे में की गई बैठक के बाद यह घोषणा की. अकिहितो के उत्तराधिकारी उनके बड़े बेटे क्राउन प्रिंस नारुहितो 1 मई, 2019 को पदभार ग्रहण करेंगे.
83 साल के जापानी सम्राट ने पिछले साल अपना पद छोड़ने की इच्छा जतायी. उनका कहना है कि बढ़ती उम्र और बिगड़ते स्वास्थ्य के कारण वह अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाहन करने में सक्षम नहीं हैं. प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने सम्राट के गद्दी छोड़ने की तारीख का एलान किया.
बता दे कि इससे पहले सम्राट कोकाकू ने 1817 में सिंहासन छोडा था. सामान्यता जापान के सम्राट को देश के कानूनी ढांचे के तहत पद छोडऩे की अनुमति नहीं है. सम्राट द्वारा अपना पद छोडऩे की इच्छा व्यक्त करने के बाद सरकार के प्रतिनिधियों, इंपीरियल हाउस और जापान के कानूनी विशेषज्ञों ने उनके सिंहासन छोडऩे की तिथि पर निर्णय लिया.
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