2017 आने में कुछ दिन बाकी है। लेकिन इस बीते वर्ष की यादें हमेशा आपके लिए खास रहेगी। बता दें, वर्ष 2016 हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के लिये बेहद खास रहा है। इस साल सुल्तान, पिंक, ऐ दिल है मुश्किल, एमएस धोनी-द अनटोल्ड स्टोरी और दंगल के साथ कई मजेदार फिल्म रिलीज हुई।
ऐसे में कहा जा सकते है कि यह साल बायोपिक, रोमांटिक, स्पोर्ट्स ड्रामा, थ्रिलर सहित तमाम तरह की फिल्मों का रहा है।
आइए, इस साल की कुछ अहम फिल्मों के डायलॉग गौर करें ....
1. No Means No:
फिल्म पिंक का यह संवाद महानायक अमिताभ बच्चन पर फिल्माया गया था। बिग-बी ने जब कोर्ट के भीतर खड़े होकर 'No Means No' कहा तो दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाहट थमने का नाम ही नहीं ले रही थी।
2. म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के :
यह डायलॉग हाल ही में रिलीज फिल्म दंगल का हैं। जब आमिर अपनी पत्नी से कहते हैं- 'म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के' और दर्शक जमकर तालियां और सीटियां बजाने लगते हैं।
3. इसकी कुंडली में लिखा था, कुल का दीपक बनेगी ये :
सोनम कपूर स्टारर फिल्म नीरजा का यह संवाद है। फिल्म में नीरजा की मां के किरदार में शबाना आजमी, नीरजा को कहती हैं कि 'इसकी कुंडली में लिखा था, कुल का दीपक बनेगी ये' तो अचानक से दर्शकों में कई लोगों की आंखें छलक उठती हैं।
4. कोई तुम्हें तब तक नहीं हरा सकता.. :
सलमान खान का आज जन्मदिन है। यह उनकी फिल्म 'सुल्तान' का डायलॉग हैं। जो काफी फेमस हुआ है। जिसमें कहा गया- 'कोई तुम्हें तब तक नहीं हरा सकता जब तक कि तुम खुद से ना हार जाओ।'
5. आदमी की फितरत ही होती है.. :
अक्षय कुमार की फिल्म एयरलिफ्ट का यह डायलॉग 'आदमी की फितरत ही होती है, चोट लगती है तो सबसे पहले आदमी मां-मां ही चिल्लाता है' दर्शकों ने खूब पसंद किया हैं।
6.जब तक मैं जिंदा हूं ना.. :
फिल्म कहानी 2 का यह संवाद विद्या बालन स्टारर पर फिल्माया गया था। जब विद्या अपनी बेटी से कहती हैं- -'जब तक मैं जिन्दा हूं ना तुझे कुछ नहीं होगा। '
7.इक तरफा प्यार की ताकत...:
रणबीर कपूर और अनुष्का शर्मा स्टारर 'ऐ दिल है मुश्किल' का यह डायलॉग काफी पसंद किया गया। यह संवाद था, 'इकतरफा प्यार की ताकत ही कुछ और होती है, औरों के रिश्तों की तरह ये दो लोगों में नहीं बंटती।'
8. अपने पास्ट के द्वारा वर्तमान को ब्लैकमेल मत होने दो.."-
डियर जिंदगी को आर. बाल्की की वाइफ गौरी शिंदे ने निर्देशित किया था। आलिया भट्ट और शाहरुख खान के संवाद भी काफी अलग थे। इसमें शाहरुख आलिया को समझाते हुए कहते हैं- 'अपने बीते हुए कल (पास्ट) के द्वारा वर्तमान (प्रेजेंट) को ब्लैकमेल मत होने दो, जिससे कि फ्यूचर बर्बाद हो जाए।'
9. मेरी यूनिफार्म मेरी आदत है... :-
अक्षय कुमार स्टारर फिल्म 'रुस्तम' 1950 के दशक के मशहूर नानावटी केस पर आधारित थी। इसका यह डायलॉग काफी फेमस हुआ था, 'मेरी यूनिफार्म मेरी आदत है, जैसे कि सांस लेना, अपने देश की रक्षा करना।'
10. कमाता हूं दिरहम में..:-
जॉन अब्राहम और वरुण धवन की फिल्म 'ढिशूम' का यह डायलॉग भी काफी चर्चा में रहा,' कमाता हूं दिरहम में लेकिन खर्चता हूं रुपये में, खाता हूं इनकी लेकिन सुनता हूं सिर्फ मोदीजी की'
Birthday Special: सलमान तुमसे बेहद नफ़रत है!
सलमान को ऐसे किया विश, 'फ्लर्ट करो तब दुआओं में याद रखना .....