डायनासोर, एक जमाने में हुआ करते हैं, जिनके बारे में हमने सिर्फ कहानी में और फिल्मों में ही देखा है. जिस तरह उन्हें बहुत विशाल बताया जाता है, हमारे मन में वैसी ही छवि बन गई है कि डायनासोर ऐसे ही हुआ करते थे और इतने ही विशाल हुआ करते थे. ये कह सकते हैं कि एक ज़माने में डायनासोर का ही राज हुआ करता था लेकिन धीरे धीरे इनकी प्रजाति ख़त्म हो गई. आज हम इसी के बारे में बात कर रहे हैं कि किस तरह उनका अंत हुआ.
आपको बता दें, आज से छ्ह करोड़ पचास लाख साल पहले पृथ्वी पर डायनासोर पाये जाते थे. जिनकी कहानी आप आज भी सुनते हैं. इसी के साथ आपको ये जानकर हैरानी होगी कि जब डायनासोर का अंत हुआ था तब उनके होने के सबूत तीन लाख साल बाद पता लगा था. उसके बाद ही लोग ये जान पाए थे कि डायनासोर नाम का भी कोई जीव था जो इतना विशाल था कि कुछ ही पल में सब कुछ नष्ट कर दे.
इस बारे में वैज्ञानिकों का कहना है कि इसका सबसे बड़ा कारण यह था की उस समय अंतरिक्ष से एक पिंड पृथ्वी से टकराया था. उस टकराव के कारण पृथ्वी पर ज्वालामुखी और सुनामी आए आगये थे. इससे पूरी पृथ्वी पर गैस और पानी के कारण समस्त जीवाश्म और खाध्य पदार्थ नष्ट हो गये थे. इस सुनामी और ज्वालामुखी के कारण पूरी पृथ्वी पर भुखमरी छा गयी ओर समस्त जीवन धीरे धीरे नष्ट हो गया. इसी के बाद से उस समय में पाए जाने वाले जीव अब इस दुनिया में नहीं हैं.
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