मुंबई: अमरावती सांसद नवनीत राणा ने महाराष्ट्र में सियासी संकट को लेकर बड़ा बयान दिया है। जी दरअसल हाल ही में उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से अपील की है और शिवसेना के बागी विधायक के परिवारों को सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध किया है। जो उद्धव ठाकरे को छोड़कर बालासाहेब की विचारधारा से जुड़े रहकर अपने निर्णय ले रहे हैं। इसी के साथ उन्होंने कहा, 'उद्धव ठाकरे की गुंडागर्दी खत्म हो, मैं राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने का अनुरोध करती हूं।' आप सभी को हम यह भी बता दें कि, 'महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट जारी रहा।' जी दरअसल यहाँ मंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले विद्रोहियों के समूह ने साथ 37 विधायकों के समर्थन की घोषणा की। दूसरी तरफ शिवसेना के साथ 17 विधायक हैं।
वहीं विद्रोही समूह ने बीते गुरुवार की देर रात विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल को अपनी दावा की गई सूची सौंपी, शेष विधायक शिवसेना के पास रह गए। इसी के साथ विद्रोहियों की सूची ने दो प्रस्तावों को भी संलग्न किया, जिसमें कहा गया था कि शिंदे शिवसेना विधायक दल के प्रमुख बने हुए हैं, और विधायक भरत गोगावले को नए मुख्य सचेतक के रूप में नियुक्त किया गया। जी दरअसल समूह ने दावा किया कि उसका समर्थन आज बढ़कर 41 शिवसेना विधायकों का हो गया। वहीं हम आपको यह भी बता दें कि शिवसेना की ओर से विधायक हैं: आदित्य ठाकरे, अजय चौधरी, सुनील प्रभु, रमेश कोरगांवकर, भास्कर जाधव, नितिन देशमुख, वैभव नाइक, कैलाश पाटिल, संजय पोटनिस, राहुल पाटिल, प्रकाश फातरपेकर, संतोष बांगर, सुनील राउत, रवींद्र वायकर उदय सामंत, राजन साल्वी और उदयसिंह राजपूत।
वहीं एक विधायक - दिलीप मामा लांडे - जो शिवसेना के साथ थे, अचानक पाला बदल लिया और गुवाहाटी में विद्रोहियों में शामिल हो गए। जी दरअसल मुंबई में शिवसेना ने शिंदे सहित 16 बागी विधायकों की सूची जिरवाल को सौंपी ओर उन्हें अयोग्य ठहराए जाने की मांग की गई है और पार्टी सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि बुधवार को हुई पार्टी विधायकों की बैठक में शामिल होने के लिए शिवसेना के व्हिप का उल्लंघन करने के लिए अयोग्यता की मांग की गई है।
कम हुई कोरोना की रफ़्तार, ठीक हुए 10917 मरीज
MVA के खेल को अच्छे से समझो शिवसैनिकों: एकनाथ शिंदे
शिवसेना को बचाने मैदान में उतरी रश्मि ठाकरे, संजय राउत बोले- 'आना ही पड़ेगा चौपाटी में'