मुंबई: रिलायंस ADAG ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी से प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अपने मुंबई कार्यालय में गुरुवार को 9 घंटे तक पूछताछ की. ये पूछताछ Yes Bank मामले के सिलसिले में की गई. अंबानी को फिर 30 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया गया है. सूत्रों के अनुसार, अंबानी ने जांचकर्ताओं को बताया कि उन्हें जवाब देने के लिए ज्यादा समय चाहिए क्योंकि उन्हें सारे लेनदेन याद नहीं हैं. अधिकतर सवालों का अंबानी ने यही जवाब दिया.
अनिल ने अपने और अपने ग्रुप की कंपनियों पर लगाए कुछ आरोपों का खंडन भी किया. अनिल अंबानी की कंपनियों ने येस बैंक से 12,800 करोड़ रुपये से अधिक के कर्ज़ लिए थे, जो कि बैड लोन में बदल गए. ED जांच कर रही है कि क्या येस बैंक के संस्थापक राणा कपूर और उनके परिवार के सदस्यों को कर्ज़ के बदले में रिलायंस ग्रुप की तरफ से क्या कोई रिश्वत दी गई?
अंबानी की कंपनी ने एक बयान में कहा कि, 'अनिल अंबानी ने दोहराया कि उनके ग्रुप का येस बैंक से सारा हिसाब-किताब सुरक्षित और बिज़नेस के सामान्य स्वरूप में किया गया. ग्रुप और येस बैंक के बीच सारा ट्रांसक्शन कानूनी वित्तीय नियमों के अनुसार किया गया.' बयान के अनुसार, 'अंबानी ने जांच एजेंसी को स्पष्ट किया कि रिलायंस ADAG ग्रुप का राणा कपूर या उनकी पत्नी या उनकी बेटियों से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष कोई संपर्क नहीं था, न ही राणा कपूर या उनके परिवार की तरफ से संचालित कंपनियों से उनका कोई वास्ता था.' उन्होंने कहा कि रिलायंस ADAG ग्रुप येस बैंक से लिए गए सारे लोन का भुगतान करने को प्रतिबद्ध है, इसके लिए कई संपत्तियों से धन जुटाने वाली योजनाओं का सहारा लिया जाएगा.'
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