नई दिल्ली: यस बैंक पूर्व CEO राणा कपूर के घर पर शुक्रवार देर रात प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की. छापेमारी के दौरान ईडी ने यस बैंक से संबंधित दस्तावेजों को खंगाला. राणा कपूर के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया गया है ताकि वह देश से बाहर ना जा सके. ये सब कार्रवाई PMC बैंक की शिकायत के कारण हो रही है. बैंकों की ये लूट यूएपीए 1, और यूपीए-2 के दौरान हुई थी.
इससे पहले, यस बैंक के ग्राहकों को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आश्वासन दिया है कि किसी भी उपभोक्ता का पैसा नहीं डूबेगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ये भी कहा कि SBI यस बैंक में निवेश कर रहा है और प्रत्येक ग्राहक के हित का सम्मान होगा, उनको नुकसान नहीं होने देंगे. ऐसा भी बताया जा रहा है कि Yes Bank में काम करने वाले कर्मचारियों की अगले एक 1 वर्ष तक के वेतन पर कोई असर नहीं होगा.
सीतारमण ने RBI को कहा कि, 'किससे चूक हुई? किसने निर्णय लेने में कोताही की है ये जांच करके बताओ? बैंक की हालत ऐसी क्यों हुई इस पर निर्मला सीतारमण ने कहा कि यह कॉर्पोरेट गवर्नेंस का मसला है. लोन देने में सावधानी नहीं रखी गई. रिस्की ऋण दिए गए, इनसाइडर ट्रेडिंग हुई. जब CBI जांच भी हुई तब सच सामने आया. इसलिए RBI 2018 से ही बैंक पर फाइन लगाना ,बोर्ड ऑफ डायरेक्टर बदलना, नया CEO लाना जैसे कदम उठा रहा था, मगर इस जनवरी में तय हो गया था कि बड़ा कदम उठाना पड़ेगा.'
कोरोना के वार से अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है बुरा असर
Gold Rate Today: सोने-चांदी के भाव में हुई बढ़ोतरी
Yes Bank: हर डूबने वाले को Yes-Yes कहता गया बैंक... और खुद डूब गया