लंदन : विश्व कप का पहला मुकाबला गुरूवार को मेजबान इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच लंदन के ओवल मैदान पर खेला जा रहा है। इस मैच में दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है। इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने विश्व कप के 44 वर्षों के इतिहास में अब तक एक बार भी विश्व कप का खिताब नहीं जीता है जबकि प्रोटियाज भी 1992 के बाद से इस खिताब को जीतने के लिए लगातार संघर्ष कर रही है।
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यह बदल सकते है पारी का रुख
जानकारी के अनुसार इस बार उसे खिताब के प्रबल दावेदारों में से एक माना जा रहा है। अपने ही घर में वह किस तरह चुनौती दे पाता है अब यह देखना होगा। ऐसे ही दक्षिण अफ्रीकी टीम भी अभी तक विश्व कप खिताब से वंचित रही है और वह बड़े टूर्नामेंट में अपने चोकर्स के तमगे को हटाने की पूरी कोशिश में रहेगी। इंग्लैंड ने सुधार के क्रम में सबसे ज्यादा ध्यान बल्लेबाजी पर दिया जिससे शीर्ष 7 में उसके पास जेसन रॉय, जॉनी बेयरस्टो, जो रूट और इयोन मोर्गन और जोस बटलर के रूप में ऐसे खिलाड़ी हैं जो पलक झपकते ही एक पारी का रूख बदल सकते हैं।
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कुछ ऐसा बोले कोच गिब्सन
इसी के साथ दक्षिण अफ्रीका ने विश्व कप में काफी निराशा झेली है लेकिन चार साल तक सेमीफाइनल में हारने से वे इस बार सतर्क होकर मैदान में उतरेंगे। दक्षिण अफ्रीका के कोच ओटिस गिब्सन मानते हैं कि सारा दबाव मेजबान देश पर है। उन्होंने कहा, 'मेजबानों के खिलाफ खेलना और वो भी नंबर एक टीम के खिलाफ, टूर्नामेंट की बेहतर शुरूआत होगी क्योंकि इससे हमें पता चल जाएगा कि हम कैसे हैं और हमें आगे क्या करने की जरूरत है।
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