नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी के चार वर्ष पूरे होने पर कहा कि पिछले चार वर्षों में टैक्स बेस 66.25 लाख से तकरीबन दोगुना होकर 1.28 करोड़ हो गया है। उन्होंने कहा कि निरंतर आठ महीनों से जीएसटी कलेक्शन 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है तथा अप्रैल 2021 में 1.41 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड GST कलेक्शन हुआ। टैक्स अफसरों को भेजे संदेश में वित्त मंत्री ने कहा कि हाल के माहों में रेवेन्यू कलेक्शन में वृद्धि अब स्थायी रूप से होनी चाहिए।
साथ ही वित्त मंत्री ने GST फ्रॉड से निपटने के लिए टैक्स अफसरों की प्रशंसा की। 1 जुलाई 2017 को देशभर में 'वन नेशन, वन टैक्स' के तहत GST सिस्टम लागू हुआ। वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा, बीते वर्ष सर्विसेज और इन्फोर्समेंट दोनों क्षेत्र में सराहनीय काम किया गया है, जिसमें फ्रॉड करने वाले डीलरों तथा आईटीसी के कई केस दायर किए गए। हाल के माहों में बढ़ा हुआ रेवेन्यू कलेक्शन अब स्थायी रूप से होना चाहिए।’ वित्त मंत्री ने कोरोना महामारी की चुनौतियों के बीच जीएसटी कम्प्लॉयंस पर संतोष व्यक्त किया तथा टैक्सपेयर्स को उनकी मदद के लिए धन्यवाद दिया।
वित्त मंत्रालय के अनुसार, सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेस एंड कस्टम्स (CBIC) 54,439 से ज्यादा जीएसटी टैक्सपेयर्स को सही वक़्त पर रिटर्न दाखिल करने तथा टैक्स का कैश पेमेंट करने पर प्रशंसा प्रमाणपत्र जारी कर उन्हें सम्मानित करेगा। जिन टैक्सपेयर्स को इसके लिए चुना गया है उनमें 88 फीसदी से ज्यादा एमएसएमई कारोबारी हैं। देश में एक जुलाई 2017 को जीएसटी निर्धारित किया गया था। इनडायरेक्ट टैक्सेस के क्षेत्र में एक बड़े परिवर्तन के तौर पर इस व्यवस्था को आरम्भ किया गया।
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