मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी में कोरोना तेजी से फैलता जा रहा है. जो की चिंताजनक है. वहीं अब, इंदौर की सेंट्रल जेल में कैदियों में कोरोना संक्रमण मिलने के बाद 125 से अधिक कैदियों को असरावद स्थित अस्थायी जेल में क्वारंटाइन किया गया है. वहीं, एहतियातन नए कैदियों की एंट्री बंद कर दी गई. अब नए कैदियों को सीधे महू जेल में बनाई गई विशेष बैरक में रखा जाएगा. सूत्रों के अनुसार चंदन नगर के पत्थरबाज जावेद के पिता नासिर के वजह से इंदौर की केंद्रीय जेल में कोरोना पैर पसार रहा है. यहां दो दर्जन से अधिक कैदी और दो प्रहरी कोरोना की चपेट में आ गए हैं. जेल के अधिकारियों ने खुद का भी टेस्ट कराया है, जो की रिपोर्ट निगेटिव आई है.
इस बारें में डीआइजी जेल संजय पांडे ने बताया है कि जो कैदी पॉजिटिव मिले, उनके नजदीक रहने वाले कैदियों को भी हमने असरावद खुर्द में बनाई अस्थायी जेल में शिफ्ट कर दिया है. जहां पर डॉक्टरों की टीम उन पर निगरानी रख रही है. साथ ही सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी भी हैं. इसके अलावा हमने 80 अतिरिक्त प्रहरी भी दिए हैं. जेल महानिदेशक संजय चौधरी रोजाना वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इंदौर की जेल के हालात पर नजर रखे हुए हैं. इसके अलावा हमने निर्देश दे दिए हैं कि जैसे ही किसी कैदी को सर्दी, खांसी, बुखार जैसे लक्षण हों, उसे तत्काल जांच के लिए ले जाया जाए. इसके अलावा सरकार की गाइडलाइन का पालन करने के साथ हम कैदियों को काढ़ा भी दे रहे हैं.
वायरस के प्रकोप के बीच जेल सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय जेल प्रशासन कोरोना वायरस की गंभीरता को नहीं समझ पाया. शुरू में ही यहां पर एक आइसोलेशन वार्ड बना दिया गया था, लेकिन सैनिटाइजेशन और शारीरिक दूरी का ध्यान नहीं रखा गया. इसके अलावा प्रहरियों के लिए किसी प्रकार की व्यवस्था शुरू में नहीं की गई.
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