शुक्रवार को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने कहा कि इसने 1.37 लाख निकासी के दावों का निपटान किया है. इस निकासी के तहत EPFO ने 280 करोड़ रुपये दिए हैं. लॉकडाउन के दौरान ईपीएफओ सक्सक्राइबर्स को इससे काफी राहत मिली है. श्रम मंत्रालय ने एक बयान में कहा है, 'कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने देश भर से आए 1.37 लाख निकासी के दावों का निबटान किया है और कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए सब्सक्राइबर्स के लिए किए गए विशेष प्रावधान के तहत 279.65 करोड़ रुपये वितरित किए गए हैं.'
RBI : अधिक कर्ज ले पाएंगे राज्य, जानें क्यों
आधिकारिक बयान के अनुसार, पहले ही सब्सक्राइबर्स के खातों में पैसा भेजना शुरू कर दिया गया है. ईपीएफओ ने ये दावे पिछले 10 दिनों में निपटाए हैं. मौजूदा सिस्टम उन सभी आवेदनों की प्रोसेसिंग 72 घंटे से कम समय में कर रहा है जिनका KYC हो चुका है. दूसरे श्रेणी के जरिये दावा करने वाले सब्सक्राइबर्स भी इस महामारी से लड़ने के लिए दावा कर सकते हैं. हालांकि, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि उनकी KYC की स्थिति क्या है. श्रम मंत्रालय ने कहा कि क्लेम की प्रोसेसिंग जल्द से जल्द हो इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.
HDFC की दो प्रमुख नियुक्ति पर RBI ने लगाई रोक, कहा- पहले CEO नियुक्त करो
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि कोरोना वायरस से जंग के लिए EPF से विशेष निकासी का प्रावधान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (PMGKY) का हिस्सा है जिसकी घोषणा सरकार ने की थी. 28 मार्च 2020 को ईपीएफ स्कीम में पैरा 68 एल (3) जोड़ा गया और इसे तुरंत अधिसूचित भी किया गया. वही, इस प्रावधान के तहत तीन महीने का मूल वेतन और महंगाई भत्ता या ईपीएफ खाते में जमा 75 फीसद राशि, जो भी कम हो, की निकासी की जा सकती है. निकासी की इस रकम को वापस करने की जरूरत नहीं है. ईपीएफओ सब्सक्राइबर इससे कम रकम का दावा भी कर सकता है. मंत्रालय ने कहा कि इस पर इनकम टैक्स कटौती भी नहीं होगी.
सरकार ने दी NPS से पैसा निकालने की इजाजत, सवा करोड़ लोगों को मिलेगी राहत
अप्रैल में 66 फीसद घटी पेट्रोल-डीजल की खपत, कीमतों पर पड़ेगा बड़ा असर
क्या 15 अप्रैल से शुरू हो जाएंगी ट्रेनें ? अब रेलवे ने दिया जवाब