वाशिंगटन: वर्ष 2019 का नोबेल शांति पुरस्कार इथियोपिया के पीएम अबी अहमद को दिया जाएगा. शत्रु देश इरिट्रिया के साथ शांति स्थापित कर वैश्विक शांति और सहयोग में उनकी कोशिशों के लिए पीएम अबी अहमद अली का नाम नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया है. 2018 में पीएम पद संभालने के बाद अबी अहमद ने इथियोपिया में बड़े पैमाने पर उदारीकरण की शुरुआत की.
अबी अहमद ने हज़ारों विपक्षी कार्यकर्ताओं को जेल से रिहा कर दिया और निर्वासित असंतुष्टों को देश में वापस लौटने की अनुमति दी. सबसे महत्वपूर्ण काम जिसके लिए नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया, वो ये है कि पड़ोसी मुल्क इरिट्रिया के साथ दो दशक से भी ज्यादा समय से चले आ रहे संघर्ष को ख़त्म करते हुए उसके साथ शांति स्थापित की.
हालांकि, अबी अहमद के सुधारों ने इथियोपिया की नस्लीय तनाव पर से पर्दा उठा दिया, इसके बाद भड़की हिंसा में 25 लाख लोगों को अपना घरबार छोड़ने के लिए बाध्य होना पड़ा. प्रतिष्ठित नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नाम की घोषणा होने से पहले कई नामों पर जबरदस्त चर्चा चल रही थी, इसमें 16 वर्षीय स्वीडन की जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग का नाम भी शामिल था. इसके अलावा जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल और हांगकांग में कार्यकर्ताओं का नाम भी इस रेस में शामिल था.
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