जेनेवा: काफी समय से पाकिस्तानी आतंकी अब्दुल रहमान मक्की का समर्थन करते आ रहे चीन ने आखिरकार अपना कदम पीछे हटा लिए हैं। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र (UN) ने लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के आतंकी मक्की को अंतरराष्ट्रीय आतंकी की सूची में डाल दिया है। इससे पहले जब भी इसको लेकर प्रस्ताव पेश किया जाता था, तो चीन टांग अड़ा देता था।
पहली बार चीन ने पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के विरुद्ध कड़ा कदम उठाया है। बता दें कि, अब्दुल रहमान मक्की को अमेरिका पहले ही आतंकी घोषित कर दिया है। सोमवार (16 जनवरी) को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने भी उसे ग्लोबल टेररिस्ट की सूची में शामिल कर दिया। बता दें कि जून 2022 में भारत ने इसी बात को लेकर चीन को जमकर फटकार लगाई थी। उस समय जब संयुक्त राष्ट्र में मक्की के खिलाफ प्रस्ताव लाया गया था, तब चीन ने अज्ञात कारणों से इस पर असहमति जता दी थी।
75 वर्षीय मक्की का लश्कर में बड़ा पद था और भारत ने भी अपने देश के कानून के अनुसार, उसे आतंकी घोषित कर रखा है। UN ने अपने बयान में कहा है कि, सेक्योरिटी काउंसिल की कमिटी प्रस्ताव संख्या 1267, 1989 औऱ 2253 को ध्यान में रखते हुए अलकायदा और अन्य आतंकी संगठनों से ताल्लुक रखने के लिए चैप्टर 7 के अंतरगत अब्दुल रहमान मक्की पर संपत्ति को फ्रीज करने, ट्रैवल बैन और अन्य प्रतिबंधों के साथ अब्दुल रहमान मक्की को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी की सूची में शामिल करती है।'
'भीख मांगने पर मजबूर कर दिया..', पाकिस्तान में क्यों वायरल हो रहे पीएम मोदी के Video ?
अफगानिस्तान: पूर्व महिला सांसद की घर में घुसकर हत्या, तालिबान शासन के बाद भी नहीं छोड़ा था देश
पाकिस्तान के बाद अब इस इस्लामी देश पर मंडराया खाद्य संकट, 3 गुना हुए रोटी के दाम