जयपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने राजस्थान की राजधानी जयपुर के बिरला ऑडिटोरियम में बुधवार (1 फ़रवरी) को कहा कि भारत हिन्दू राष्ट्र है, क्योंकि इस देश को बनाने वाले भी हिन्दू हैं। होसबोले ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि वेद पुराण में हिन्दू नहीं है, मगर वेद पुराण में ऐसा भी नहीं कि इन्हें स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सत्य और उपयोगी बातों को स्वीकार किया जाना चाहिए। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि RSS न तो दक्षिणपंथी है और न ही वामपंथी है, बल्कि वह राष्ट्रवादी है।
होसबोले ने कहा कि, भारत में रहने वाले सभी लोग हिन्दू हैं, क्योंकि उनके पूर्वज हिन्दू ही थे, हालंकि आज उनकी पूजा पद्धति अलग हो सकती है, मगर उन सभी का DNA एक ही है। बता दें कि इस दौरान राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, भाजपा प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सतीश पूनिया सहित बड़ी तादाद में भाजपा और संघ के कार्यकर्ता मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि भारत में 600 से ज्यादा जनजातियां कहती थीं कि हम अलग हैं और भारत विरोधी ताकतों ने उन्हें भड़काने का काम किया था। होसबोले ने बताया कि मगर, गोलवलकर जी ने उन्हें कहा कि वह हिंदू है और उनके लिए दरवाजा बंद नहीं है, क्योंकि हम वसुधैव कुटुंबकम की अवधारणा पर कार्य करते हैं।
होसबोले ने आगे कहा कि किसी ने मजबूरी में गौ मांस ही क्यों ना खाया हो, किन्तु चाहे किसी कारण भी से वो गए हों, हम उनके लिए दरवाजा बंद नहीं कर सकते हैं और आज भी उनकी घर वापसी हो सकती है। उन्होंने कहा कि डॉ। हेडगेवार इस व्याख्या में नहीं पड़े कि हिन्दू कौन हैं, भारत भूमि को पितृ भूमि मानने वाले हिन्दू हैं और जिनके पूर्वज हिन्दू हैं, वे भी हिन्दू हैं।।हम जिन्हें हिन्दू कहते हैं, वह हिन्दू हैं।
गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान ने भी कही थी यही बात:-
राजीव गांधी सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके, केरल के गवर्नर आरिफ मोहम्मद ने समाज सुधारक-शिक्षाविद् और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के संस्थापक सर सैयद अहमद खान को कोट करते हुए कहा था कि उन्होंने भी खुद को हिंदू कहा था। केरल हिंदू ऑफ नॉर्थ अमेरिका की ओर से आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि 'आप मुझे भी हिंदू कह सकते हैं।' उन्होने कहा था कि, मेरी आपसे एक गंभीर शिकायत है। आप मुझे हिंदू क्यों नहीं कहते?
सर सैयद अहमद खां का हवाला देते हुए केरल के गवर्नर ने कहा था कि, 'कोई भी, जो भारत में पैदा हुआ है, यहां का अन्न खाता है और यहां का पानी पीता है, उसे हिंदू कहा जा सकता है। आपको भी मुझे हिंदू कहना चाहिए।' आरिफ मोहम्मद ने कहा था कि सर सैयद अहमद खां को भी आर्य समाज मंदिर द्वारा निमंत्रण दिया गया था। औपनिवेषिक काल के दौरान जब उन्होंने अपना लेजिस्लेटिव कार्यकाल पूरा किया था, तो उन्हें बाकायदा रिसेप्शन भी दिया गया था। आरिफ मोहम्मद ने आगे कहा था कि, ब्रिटिश काल के दौरान लोगों को उनके अधिकारों से वंचित करने के लिए अंग्रेज़ हिंदू, मुस्लिम और सिख में बांटने का प्रयास करते थे। उन्होंने कहा, यह एक किस्म की साजिश है कि हिंदू कहलाने पर एक गलत संदेश दिया जा रहा है। देश की आजादी के पहले भी ऐसे राजा थे, जो मानते थे कि सनातन धर्म ने सभी का खुले दिल से स्वागत किया है और सभी को स्वीकार किया है।
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