इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन कितनी भरोसेमंद हैं इस विषय पर जारी बहस के बीच पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएस कृष्णमूर्ति ने कहा कि इन मशीनों पर पूरा भरोसा किया जा सकता है और यह सुरक्षित भी हैं। मशीनें गलती नहीं करतीं बल्कि व्यक्ति करते हैं। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि मशीनों का इस्तेमाल शुरू होने के बाद से अब तक जिन्होंने भी उनके बारे में शिकायत की है, वे तमाम लोग हारने वाले दलों से रहे हैं।
कृष्णमूर्ति ने कहा,शिकायत करने वालों का इतिहास उठाकर देख लीजिए। वह हमेशा हारने वाले दलों से रहे हैं। जयललिता (तमिलनाडु की दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री) और अमरिंदर सिंह पहले सुप्रीम कोर्ट गए थे, लेकिन अगले चुनाव में जीतने के बाद वह चुप बैठ गए।
उन्होंने कहा जब तक कि कोई यह साबित नहीं कर देता कि उनमें छेड़छाड़ की जा सकती है। अपने अनुभव से जहां तक मैं समझता हूं, ईवीएम सुरक्षित और भरोसेमंद हैं।उन्होंने कहा कि ईवीएम में गड़बड़ी के मामले में चुनाव आयोग ने तत्काल मशीनें बदलवाईं ताकि भरोसा बढ़ सके और लोगों को नजरिया बदल सके ना कि इसलिए क्योंकि उनमें कुछ खामी थी। ईवीएम को राष्ट्र का गौरव बताते हुए कृष्णमूर्ति ने कहा कि उनकी वजह से हम इतना सारा कागज और वक्त बचा पा रहे हैं।
कांग्रेस- भाजपा ने कुछ इस तरह किया चुनावी प्रचार