बिलासपुर: कोनी में बना चुनाव आयोग का स्ट्रांग रूम अब भी सील है, जिला निर्वाचन अधिकारी इसे 45 दिन तक वैसे ही सुरक्षित रखेंगे. इस दौरान यदि कोर्ट में कोई अपील नहीं हुई तो 45 दिनों के बाद ईवीएम में दर्ज आंकड़ों को मिटा दिया जाएगा, फिर मशीनों को लोकसभा चुनाव के लिए तैयार किया जाएगा. विधानसभा चुनाव होने के बाद भी ईवीएम को लेकर प्रशासन अब भी पूरी तरह से अलर्ट है.
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इसे आम आदमी और कर्मचारियों की पहुंच से भी दूर रखा गया है, इसका कारण यह है कि कोई उम्मीदवार नतीजों से असंतुष्ट हो तो अदालत में मतगणना को चुनौती दे सकता है. कोर्ट के निर्देश पर जिला निर्वाचन कार्यालय को फिर से सभी मशीनों की गिनती करनी पड़ सकती है, ऐसे में उन्हें पूर्व की ही तरह स्ट्रांग रूम में ही बंद रखा गया है.
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उल्लेखनीय है कि 45 दिन का समय पूरा होने के बाद अदालत में निर्वाचन को चुनौती नहीं दी जा सकती, इसके बाद EVM को बाहर निकाला जाएगा. वहीं विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के लिए बनाए गए रिटर्निंग अधिकारी अपने दायित्व से मुक्त हो चुके हैं. उन्हें अब चुनाव छोड़कर अपना सामान्य कामकाज फिर से शुरू करने के आदेश दे दिए गए हैं.
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