नईदिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रियरंजन दासमुंशी का सोमवार को निधन हो गया। वे नौ वर्षों से कोमा में थे। 72 वर्ष की उम्र में उन्होंने अंतिम साँस ली. और वो कांग्रेस के कद्दावर नेता थे। वे वर्ष 1971 में ही सांसद बन गए थे। वे खेल, संस्कृति और साहित्य में सक्रिय थे। यही कारण है कि, आॅल इंडिया फुटबाॅल फेडरेशन के वे 20 वर्षों तक अध्यक्ष रहे। वर्ष 2008 में उन्हें दिल का दौरा पड़ा और वे लकवाग्रस्त हो गए।
इसके बाद उन्हें चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया था। वे यूपीए सरकार के कार्यकाल में सूचना एवं प्रसारण मंत्री रहे। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत युवा कांग्रेस से की थी। वे वर्ष 1971 में दक्षिण कोलकाता लोकसभा सीट जीतकर संसद पहुंचे। जिसके बाद उन्होंने, वर्ष 1984 में हावड़ा लोकसभा सीट पर कब्जा जमाया। वर्ष 1985 में पहली बार वे मंत्री बनाए गए।
प्रियरंजन दासमुंशी को दो चुनावों में हार का सामना करना पड़ गया, मगर वे दो बार 1999 और 2004 में रायगंज से चुनाव जीतते हुए लोकसभा पहुंच गए। सूचना प्रसारण मंत्री रहते हुए भारत में टेलिविजन चैनलों के प्रसारण कार्यक्रम पर उन्होंने कैंची चलाई। उन्होंने फैशन टीवी पर प्रतिबंध लगाया और खेलों के प्रसारण में दूरदर्शन को महत्व दिलवाया।
हार्दिक पटेल आज खोलेंगे अपने पत्ते
पाटीदारों की बीजेपी से नाराजगी से कांग्रेस का जीतना मुश्किल
नवजात शिशु सप्ताह की बधाई हो…...
धार विधायक की विधायकी, हाई कोर्ट ने की शून्य