अमेरिका। अमेरिका की खुफिया एजेंसी फेडरल ब्यूरो आॅफ इन्वेस्टिगेशन्स के पूर्व निदेशक जेम्स कोमी ने अमेरिकी सीनेट की इंटेलिजेंस समिति में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ही साथ रिश्तों को लेकर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने एफबीआई को लेकर जो टिप्पणी की थी वह झूठ थी। डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने कोमी को उनके पद से ही बार्खास्त कर दिया था। कोमी ने कहा था कि ट्रंप के पास उन्हें निलंबित करने के अधिकार थे मगर अपने निलंबन पर वे स्वयं ही आश्चर्यचकित थे उन्हें इसके कारणों को लेकर संतुष्टि नहीं थी।
उनका कहना था कि मुझे इसलिए हटाया गया क्योंकि मेरे हटने के बाद रूस के हस्तक्षेप से जुड़ी जांच का तरीका बदला जा सके। दूसरी ओर डोनाल्ड ट्रंप ने भी कहा कि उन्होंने जांच कार्य को बाधा पहुंचाने का प्रयास नहीं किया। फ्लिकन को लेकर कहा गया था कि वे रूस के साथ भागीदार हैं और रूस के साथ संबंधों को लेकर उन्होंने झूठ कहा है। कोमी ने इस मामले में सुनवाई की। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कहा गया कि उन्होंने जांच को लेकर किसी तरह की बाधा उत्पन्न नहीं की।
गौरतलब है कि ट्रंप पर आरोप लगे थे कि रूस के राजनीतिक हस्तक्षेप से जुड़े बयान में डोनाल्ड ट्रंप ने जांच रोकने के लिए कहा। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि कोमी के मध्य जो भेंट हुई उसकी आॅडियो रिकाॅर्डिंग से मामले में कुछ मदद मिल सकती है। डोनाल्ड ट्रंप पर चुनाव के बाद जो आरोप लगाए गए थे और कहा गया था कि उन्होंने चुनाव में रूस के हस्तक्षेप से जीत दर्ज की। हालांकि उन्होंने इन आरोपों को खारिज कर दिया था। कोमी ने अपने उपर लगाए गए आरोपों को गलत बताया है। उनका कहना था कि उन्हें इस बात का अंदेशा था कि प्रेसिडेंट ट्रंप बाद में उन्हें लेकर मुकर सकते हैं ऐसे में उन्होंने पहले ही नोट्स लिख लिए थे।
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