नई दिल्ली : देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कहना है कि भारत को ऐसे नेताओं की जरूरत है जो लोगों की बढ़ती अपेक्षाओं को पूरी कर सकें क्योंकि 'अवास्तविक बहादुरी' देश का नेतृत्व नहीं कर सकती है। उन्होंने यह बातें सोमवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहीं।
चढ़ाई चढ़ते वक्त खाई में गिरी तेज रफ़्तार कार, दो महिलाओं की मौत
तय करना होगा लंबा रास्ता
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'अवास्तविक बहादुरी इस देश का नेतृत्व नहीं कर सकती है। भारत को ऐसे नेताओं की जरूरत है जो बढ़ती अपेक्षाओं को पूरा कर सकें। देश को गरीबी से मुक्ति पाने के लिए अभी बहुत लंबा रास्ता तय करना है।' उन्होंने इस बात को लेकर अपनी चिंता जाहिर की कि देश के एक फीसदी भारतीयों के पास कुल धन का 60 फीसदी हिस्सा है।
वाहन से बचने के चक्कर में डंपर की चपेट में आये दो बाइक सवार युवकों की मौत
कुछ ऐसा भी बोले मुखर्जी
इसी के साथ उन्होंने उद्योगपतियों से लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में मदद करने को कहा। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, 'स्थिति तब चिंताजनक हो जाती है यदि कोई यह देखे कि देश के कुल धन का 60 फीसदी से अधिक हिस्सा आबादी के एक प्रतिशत लोगों के पास है। यह आंकड़े हमारे लिए बोझ हैं। साथ ही आंकड़े यह भी बताते हैं कि हमारी वृद्धि को और अधिक समावेशी और समान होने की जरूरत है। जो लोग पीछे छूट गए हैं उन्हें विकास के दायरे में लाने की जरूरत है।
डकैती डालने आए दो बदमाशों को ग्रामीणों ने इतना पीटा की हो गई मौत
आपस में भिड़े दो तेज रफ़्तार ट्रक, चार घायल एक गंभीर
राजस्थान के कुछ जिलों में अचानक बदला मौसम धूलभरी आंधी के साथ हुई बारिश