भारत में दिन की शुरुआत अक्सर एक कप चाय या कॉफी से होती है। कई लोग दिन में कई बार चाय या कॉफी पीते हैं, जिससे उन्हें ताजगी और इंस्टैंट एनर्जी मिलती है। हालांकि, ज्यादा चाय पीने से आपकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, और इससे कोलेस्ट्रॉल पर भी असर पड़ सकता है। आइए जानते हैं चाय पीने के फायदे और नुकसान और यह कैसे कोलेस्ट्रॉल को प्रभावित कर सकती है।
ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल में वृद्धि: ज्यादा चाय पीने से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल स्तर बढ़ सकता है। खासकर दूध वाली चाय में सैचुरेटेड फैट होता है जो कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकता है।
एसिडिटी की समस्या: चाय पीने से पेट में एसिडिटी और जलन की समस्या हो सकती है।
मुंहासे और पिंपल्स: चाय के अधिक सेवन से त्वचा पर मुंहासे और पिंपल्स का खतरा बढ़ सकता है।
नींद की कमी: चाय में कैफीन होता है जो नींद में बाधा डाल सकता है। इससे नींद की कमी हो सकती है।
पेट में अल्सर: बहुत ज्यादा चाय पीने से पेट के अंदरूनी सतह पर घाव यानी अल्सर हो सकते हैं।
हड्डियों को नुकसान: चाय में टैनिन होता है जो हड्डियों के लिए हानिकारक हो सकता है।
डिहाइड्रेशन: चाय पीने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है।
घबराहट: चाय में कैफीन की मात्रा अधिक होने पर घबराहट और चिंता की समस्या हो सकती है।
कोलेस्ट्रॉल का स्तर खानपान और लाइफस्टाइल पर निर्भर करता है। खराब खानपान और अस्वस्थ जीवनशैली की वजह से कोलेस्ट्रॉल तेजी से बढ़ सकता है। उच्च कोलेस्ट्रॉल से हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट स्ट्रोक, हार्ट अटैक और कोरोनरी आर्टरी डिजीज का जोखिम बढ़ सकता है। जब शरीर में अनहेल्दी फैट जम जाता है, तो यह धमनियों में जमा हो सकता है और ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित कर सकता है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर आप ज्यादा दूध वाली चाय पीते हैं, तो यह आपके कोलेस्ट्रॉल और सैचुरेटेड फैट को बढ़ा सकता है। दूध वाली चाय आर्टरी यानी धमनियों को सिकोड़ सकती है और ब्लड प्रेशर बढ़ा सकती है। इसके अलावा, ज्यादा दूध वाली चाय आपके मेटाबॉलिज्म को कमजोर कर सकती है, जिससे फैट बर्निंग प्रॉसेस धीमी हो सकती है। इस प्रकार, अधिक दूध वाली चाय पीने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है।
हालांकि, हर्बल चाय का सेवन भी सीमित मात्रा में करना चाहिए, क्योंकि अत्यधिक हर्बल चाय भी स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
दिल की सेहत बिगड़ सकती है: उच्च कोलेस्ट्रॉल से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा: कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम बढ़ जाता है।
चेस्ट पेन: उच्च कोलेस्ट्रॉल से चेस्ट पेन हो सकता है।
हाथ-पैर सुन्न होना: कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से हाथ-पैर सुन्न हो सकते हैं।
गॉलस्टोन: उच्च कोलेस्ट्रॉल से गॉलस्टोन का खतरा बढ़ सकता है।
ब्लड फ्लो घटना: कोलेस्ट्रॉल से ब्लड फ्लो प्रभावित हो सकता है।
जबड़ों में दिक्कत: कोलेस्ट्रॉल की वजह से जबड़ों में दिक्कत हो सकती है।
मेमोरी पर असर: उच्च कोलेस्ट्रॉल ब्रेन स्ट्रोक और मेमोरी पर भी असर डाल सकता है।
iPhone 17 Pro Max को लेकर सामने आई बड़ी खबर