पीएम नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश के स्ट्रीट विक्रेता के साथ स्वनिधि संवाद कर रहे हैं. COVID-19 खतरे के मध्य आरम्भ की गई पीएम स्वनिधि संवाद रणनीति के अंतर्गत भारत में कुल स्वीकृत आवेदनों में 47 प्रतिशत आवेदन एमपी से हैं. COVID-19 संकट में सड़क किनारे रेहड़ी-पटरी पर सामान विक्रय कर रोज रोटी कमाने वाले दुकानदारों की रोजमर्रा पर बहुत प्रभाव पड़ा है. यही वजह है कि आर्थिक खतरे का सामना कर रहे रेहड़ी पटरी वालों की सहायता के लिए गवर्मेंट ने इस रणनीति का प्रारम्भ 1 जून को किया था.
वही इस योजना के तहत गवर्मेंट विक्रेता को फिर से अपने व्यवसाय को खड़ा करने के लिए बिना किसी शर्त के 10 हजार रुपए का लोन देती है. यह लोन किफायती दरों पर प्राप्त हो रहा है. गवर्मेंट के इस लोन स्कीम का नाम पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि रखा गया है. साथ ही इस प्लानिंग के जरिये केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की मंशा है कि रेहड़-पटरी पर ठेले लगाकर सामान विक्रय करने वाले छोटे दुकानदारों को इस स्कीम से मुनाफा प्राप्त हो. वो फिर से अपनी रोजी-रोटी के लिए कार्य को पटरी पर ला सकें. सस्ते दरों पर प्राप्त होने वाले इस गवर्मेंट लोन की स्कीम को जून 2020 में पेश किया गया.
वही इसकी खासियत है कि इसके तहत वितरित किये गए लोन के लिए किसी प्रकार की गारंटी नहीं ली जाती है. दुकानदार को सबसे पूर्व सरकारी स्कीम की ऑफिशियल वेबसाइट http://pmsvanidhi.mohua.gov.in/ पर जाना होगा. इसे आवेदक को ध्यान से पढ़ना चाहिए. इसके पश्चात् 'व्यू मोर' के विकल्प पर क्लिक करना होगा. इसके पश्चात् आवेदक को 'व्यू/डाउनलोड फॉर्म' पर क्लिक करना होगा, जिसके पश्चात लोन स्कीम के लिए फॉर्म खुल जाएगा. तथा इसे फ्लिप कर आप अप्लाई कर सकते है, तथा इस स्किम के माध्यम से आप अपना कार्य पूर्ण कर सकते है.
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