महामारी कोरोना संक्रमण के निराशाजनक काल से भारत का निर्यात क्षेत्र तेजी से बाहर आने लगा है. अमेरिका व यूरोप से निर्यात के नए ऑर्डर मिलने लगे हैं. पुराने पेंडिंग ऑर्डर की डिलिवरी में 50 फीसद तक की तेजी आ गई है. इन सबकी मदद से देश का निर्यात क्षेत्र वेंटिलेटर से बाहर आ गया है. जून के बाद हालात और सामान्य होने की उम्मीद की जा रही है. मई माह में अप्रैल के मुकाबले निर्यात गिरावट में 15-20 फीसद कमी के आसार हैं.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इस साल अप्रैल माह में वस्तुओं के निर्यात में ऐतिहासिक 60 फीसद की गिरावट दर्ज की गई थी. कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले मार्च और अप्रैल में दुनिया की आधी से अधिक अर्थव्यवस्था लॉकडाउन में फंसी थी. गारमेंट निर्यातकों के मुताबिक यूरोप व अमेरिका में बाजार खुलने लगे हैं. ऑनलाइन बिक्री शुरू हो गई है. इसलिए यूरोप व अमेरिका से ऑर्डर आने लगे हैं. लेकिन पिछले साल मई के मुकाबले ये ऑर्डर अधिकतम 25 फीसद है. वही, नोएडा स्थित गारमेंट निर्यातक ललित ठुकराल कहते हैं, सिर्फ नोएडा व ग्रेटर नोएडा से पिछले महीने 2000 करोड़ मूल्य के गारमेंट की शिपमेंट हुई. यूरोप के खरीदार जल्दबाजी में है और 20 दिनों में ऑर्डर देने के लिए कह रहे हैं. इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (इइपीसी) के सीइओ सुरंजन गुप्ता के मुताबिक इंजीनियरिंग गुड्स के पुराने ऑर्डर की शिपमेंट में 50 फीसद की तेजी आई है. नए ऑर्डर भी मिल रहे हैं. निर्यात के अन्य क्षेत्रों में भी नए ऑर्डर के लिए पूछताछ में तेजी आ गई है.
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इसके अलावा फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गेनाइजेशंस (फियो) के चेयरमैन शरद कुमार सराफ कहते हैं, हम उम्मीद करते हैं कि मई माह का निर्यात अप्रैल के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करेगा. गिरावट का स्तर 60 फीसद से घटकर 40 फीसद तक आ सकता है. वही, गारमेंट निर्यातकों के मुताबिक इन दिनों मास्क की खरीदारी के लिए विदेश से काफी पूछताछ हो रही है और नए ऑर्डर भी मिल रहे हैं. यूरोप के स्पेन से लेकर अमेरिका व अफ्रीका के देशों से मास्क की मांग आ रही है. ठुकराल ने बताया कि अगले तीन महीने में कम से कम 1 अरब डॉलर के मास्क निर्यात की संभावना है.
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