नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसके आधार पर आरोप लगाया गया कि उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक मुस्लिम बुजुर्ग से जबरदस्ती मारपीट करके ‘जय श्री राम’ बुलवाया गया। मुस्लिम बुजुर्ग ने 4 अज्ञात लोगों पर पिटाई और जबरन दाढ़ी काटने का आरोप लगाया। उक्त बुजुर्ग ने दावा किया कि उसका किडनैप कर के एक वीरान इलाके में स्थित घर में ले जाया गया और वहीं ‘जय श्री राम’ बुलवाया गया। गौरतलब है कि, मीडिया और सियासत के एक वर्ग में हमेशा से हिन्दू प्रतीकों को बदनाम करने की होड़ मची रहती है।
In Hindutva ideology bravery is always attacking frail elderly men or little teenagers. And always as a mob (never alone). @India_NHRC will you react? These men are from same ideology. Muslims’ right to dignity is being snatched by Hindutvadi goons 1/3pic.twitter.com/yZqALTCjiu
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) June 14, 2021
इस बार भी AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और AltNews के जुबैर ने ‘जय श्री राम’ को बदनाम करने का बीड़ा उठाया। ओवैसी ने बिना किसी जांच के वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि हिंदुत्व में बुजुर्गों और बच्चों पर हमला करना ही वीरता कहलाती है। इसके साथ ही ओवैसी ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को टैग करते हुए प्रतिक्रिया मांगी। साथ ही कहा कि ‘हिन्दू हमलावर’ हमेशा भीड़ में होते हैं, अकेले नहीं। वीडियो पोस्ट करते हुए ओवैसी ने लिखा कि ये लोग उसी विचारधारा के हैं और मुस्लिमों की प्रतिष्ठा ‘हिंदूवादी गुंडों’ द्वारा छीने जा रहे हैं। इसी तरह AltNews के ज़ुबैर ने भी इस खबर को शेयर कर झूठ फैलाया। किन्तु, जब पुलिस ने कल्लू और आदिल नाम के आरोपितों को इस मामले में अरेस्ट किया तो ज़ुबैर ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और केवल इसे ‘गाजियाबाद पुलिस से ताज़ा अपडेट’ बताया। हालाँकि, फिर भी उन्होंने अपनी खबर में आरिफ और मुशाहिद का नाम छिपा लिया। दरअसल, पुलिस ने इस मामले की सच्चाई बताते हुए कहा है कि ये घटना जून 5, 2021 की है, जिसके बारे में पुलिस के समक्ष 2 दिन बाद शिकायत दर्ज कराई गई।
थाना लोनी बार्डर क्षेत्रान्तर्गत हुई घटना में #GhaziabadPolice द्वारा की गई कठोर कार्यवाही- 3 अभियुक्त गिरफ्तार@Uppolice pic.twitter.com/zg6lHregKD
— GHAZIABAD POLICE (@ghaziabadpolice) June 14, 2021
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो की जब पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि पीड़ित अब्दुल समद बुलंदशहर से लोनी बॉर्डर स्थित बेहटा आया था। वो एक अन्य शख्स के साथ मुख्य आरोपित परवेश गुज्जर के घर बंथना गया था। वहीं पर कल्लू, पोली, आरिफ, आदिल और मुशाहिद आ गए। वहाँ पर बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति के साथ मारपीट की गई। पुलिस के अनुसार, अब्दुल समद ताबीज बनाने का काम करता है। आरोपितों का कहना है अब्दुल के ताबीज से उनके परिवार पर बुरा असर पड़ा। अब्दुल समद ने गाँव में कई लोगों को ताबीज दिए थे। आरोपित उसे पहले से ही जानते थे। पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपित पहले ही अरेस्ट किया जा चुका है। कल्लू और आदिल भी पुलिस हिरासत में हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि बाकी आरोपितों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
Another fake propaganda to defame Hindus and malign "Jai Shri Ram" has been exposed. The man in video lied about being forced to chant Jai Shri Ram. Arif, Adil and Mushahid were also involved in chopping beard of this liar old man. pic.twitter.com/zJfckUZJnQ
— Facts (@BefittingFacts) June 15, 2021
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