हिन्दू धर्म में सालभर में सैकड़ों त्यौहार आते हैं और उन्हीं में से एक विशेष त्यौहार है, गणेशोत्स्व का। गणेशोत्स्व का यह त्यौहार कुल 10 दिनों तक चलता है। इस दौरान श्री गणेश जी को घर-घर, गली, मोहल्ले और चौराहे आदि पर पूजा जाता है। बड़े-बड़े पांडालों में बप्पा की मूर्तियां स्थापित की जाती है। गणेश जी को गणपति और बप्पा के साथ ही लंबोदर, गजानन जैसे और भी कई नामों से जाना जाता है । आइए बप्पा से जुड़ीं कुछ रोचक बातें जानते हैं।
श्री गणेश से जुड़ीं कुछ रोचक बातें
- बप्पा को लाल और सिंदूरी रंग सर्वाधिक प्रिय होता है।
- बप्पा की पूजा के दौरान दूर्वा का उपयोग अवश्य करना चाहिए। दूर्वा से बप्पा को बेहद लगाव है।
- मूषक यानी कि चूहा बप्पा का वाहन है।
- लाल रंग के पुष्प अर्पित करने से बप्पा हर्षित होते हैं।
- सभी तिथियों में बप्पा को चतुर्थी तिथि प्रिय है।
- स्वस्तिक गणेश जी का चिन्ह है।
- सभी देवी-देवताओं में गणेश जी की पूजा सबसे पहले होती है। गणपति जी को यह वरदान उनके पिता भगवान शंकर से प्राप्त हुआ था।
- सभी भोग में गणेश जी को लड्डू सर्वाधिक प्रिय होते हैं। लड्डू में भी गणेश जी को मोदक के लड्डू का भोग लगाना बेहद उत्तम माना जाता है ।
कैसे और कहां हुई थी श्री गणेश की उत्पत्ति ?
भगवान श्री गणेश की उत्पत्ति को लेकर एक मान्यता बेहद प्रचलित है। उनकी उत्पत्ति उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के संगम चिट्टी से करीब 23 किलोमीटर दूर डोडीताल स्थान की मानी जाती है। इस बात का उल्लेख स्कन्द पुराण में भी है। यह वहीं स्थान है, जहां माता पार्वती स्नान के लिए आती थी। एक बार माता पार्वती ने स्नान के समय अपने उबटन से एक मूर्ति बना दी थी और फिर उसमे प्राण डाल दिए थे। इस तरह से श्री गणेश जी की उत्पत्ति हुई थी। आज इस स्थान पर माता पार्वती का मंदिर भी बना हुआ है ।
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