देश से आए दिन कई तरह के मामले सामने आते रहते है वही एक और मामला सामने आया है जिसमे इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने बृहस्पतिवार को कोरोना से संबंधित डूज तथा डॉनट्स की 21-बिंदु वाले सूचि को फर्जी बताया है। दरअसल बीते कई दिनों से सोशल मीडिया पर एक पोस्टर वायरल हो रहा है। इस पोस्टर में कोरोना महामारी के बढ़ते केस को देखते हुए ICMR ने कुछ दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
This is circulating in different social media platform. ICMR did not issue any such guideline or advisory. It is #Fake circulation. #FactCheck #FakeNews pic.twitter.com/FeusTaOiWM
— ICMR (@ICMRDELHI) May 6, 2021
पोस्टर में जारी दिशा-निर्देशों के तहत कहा गया है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए 2 वर्ष तक सभी को फॉरन ट्रिप पोस्टपोंड किया जाएगा। वहीं गाइडलाइन के अनुसार, एक वर्ष तक बाहर का खाना खाने से भी मनाही है। साथ ही बताया गया है कि बिना वजह किसी भी शादी कार्यक्रम में ना जाए, जबतक बहुत जरूरी ना हो ट्रैवल करने से बचें, 1 वर्ष तक भीड़-भाड़ वाले स्थानों से दूर रहें, सामाजिक दुरी के नियमों का कठोरता से पालन करें। इस गाइडलाइन में शाकाहारी खाना खाने, बीमार लोगों से दूर रहने, सिनेमा, मॉल जाने से मनाही जैसे कई नियम शेयर किए गए हैं।
वहीं अब ICMR ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से इस गाइडलाइन को फेक बता दिया है। ट्वीट में उन्होंने कहा, डूज और डॉनट्स की लिस्ट में दावा किया गया है कि “कोरोना महामारी शीघ्र समाप्त नहीं होने वाली है। यह अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर घूम रहा है। ICMR ने ऐसी कोई गाइडलाइन या एडवाइजरी जारी नहीं की है। यह फर्जी सर्कुलेशन है। ICMR ने एक ट्वीट में फेक एडवाइजरी को अटैच भी किया है।
नहीं रहे सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज एम वाई इकबाल, 70 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
नहर के पानी में बह रही थी रेमडेसिविर की 600 से अधिक वाइल्स, इस तरह हुई बरामद
असम: चाय के बागानों में भी फैला मौत का वायरस, 300 से अधिक लोग संक्रमित