नई दिल्ली: संविधान दिवस के अवसर पर आज नई दिल्ली में केंद्र सरकार ने कार्यक्रम आयोजित किए हैं. संसद भवन के सेंट्रल हॉल में आयोजित किए गए कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम नरेंद्र मोदी भी मौजूद हैं. संविधान दिवस पर आयोजित किए गए कार्यक्रम से कांग्रेस सहित दर्जनभर से अधिक सियासी दलों ने किनारा कर लिया है.
पीएम मोदी ने महात्मा गांधी और बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर नमन करते हुए अपना संबोधन शुरू किया, पीएम मोदी ने कहा कि इस संविधान दिवस को इसलिए भी मनाना चाहिए क्योंकि हमारा रास्ता सही है या नहीं है, इसका मूल्यांकन हो सके. हमारा संविधान केवल अनेक धाराओं का एक संग्रह ही नहीं, बल्कि हमारा संविधान सहस्त्रों वर्ष की महान परंपरा, अखंड धारा उस धारा की आधुनिक अभिव्यक्ति है. उन्होंने ने कहा कि संविधान बनाने वाले लोगों के लिए राष्ट्रहित सबसे ऊपर था तभी संविधान का निर्माण हो पाया. पीएम मोदी ने नाम लिए बिना कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि आज कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक समस्या है. पारिवारिक सियासी दल देश के लिए चिंता का विषय बन गए हैं. उन्होंने कहा कि पारिवारिक पार्टियों का मतलब ये नहीं है कि एक परिवार से अधिक लोग सियासत में न आएं. पारिवारिक दलों का मतलब है कि पार्टी की बागडौर पीढ़ी दर पीढ़ी एक ही परिवार के लोगों के हाथ में रहने से है.
पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि ये कार्यक्रम किसी सरकार ने नहीं यह किसी प्रधानमंत्री ने आयोजित नहीं किया था. बल्कि, ये कार्यक्रम लोकसभा अध्यक्ष ने आयोजित किया था, जो सदन के गौरव होते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि बाबासाहेब आंबेडकर की 125वीं जयंती थी. हम सबको लगा इससे बड़ा पावन अवसर क्या हो सकता है कि बाबासाहेब आंबेडकर ने इस देश को जो नजराना दिया है, उसको हम हमेशा एक स्मृति ग्रंथ के तौर पर याद करते हैं. ये दिन इस सदन को नमन करने का है.
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