बॉलीवुड फिल्मों के मशहूर सुपरस्टार शाहरुख खान यूं ही इंडस्ट्री के बादशाह नहीं कहलाते हैं। हाल ही में वसीम बरेलवी ने इस बात को साबित भी कर दिया। शायर वसीम ने बताया कि कैसे वो भी व्यवहार के फैन हो गए। वसीम ने बताया कि कैसे वो केवल शाहरुख के बोलने पर अपनी शायरी को गाने में इस्तेमाल करने देने के लिए राजी हुए। इससे पहले जब जवान फिल्म की टीम के लोग उनसे सम्पर्क कर रहे थे तो वो निरंतर मना कर रहे थे। अपनी शायरी को किसी गाने में उपयोग होते देखना वसीम के उसूलों के खिलाफ है। इसलिए उन्होंने आजतक किसी को भी ऐसी अनुमति नहीं दी। मगर शाहरुख से बात कर उन्हें अपने उसूलों तक में बदलाव करना पड़ा।
वसीम ने कहा- शाहरुख ने तकरीबन 17 मिनट तक मुझसे बात की और गुजारिश की कि मेरे लिखे शेर को उनकी फिल्म में इस्तेमाल करने दूं। वो एक परिवर्तन भी चाहते थे कि जो कि उनका गाना है, 'जिंदा बंदा' उसमें एड करें। उन्होंने बड़े अदब से बात की। हालांकि जब फिल्म के निर्देशक और उनकी यूनिट के लोगों ने मुझसे बात कि तो मैंने मना कर दिया था। मगर शाहरुख ने बात की तो मैं मान गया। उन्होंने वादा किया वो मूल शेर पढ़ने के बाद एक छोटा सा परिवर्तन करेंगे। इस बात पर मैं राजी हो गया। उन्होंने मुझे पूरा भरोसा दिलाया था।
Presenting… #ZindaBanda! https://t.co/CaL0aS2Pqu pic.twitter.com/Cod3OgJ2Uf
— Shah Rukh Khan (@iamsrk) July 31, 2023
शाहरुख की यही बात हर किसी का दिल जीत लेती है। शाहरुख ने ना केवल वसीम बरेलवी को मनाया बल्कि उनका आभार जताते हुए ट्वीट भी किया था। शाहरुख ने गाने की लाइन लिखते हुए कहा- मैं वसीम बरेलवी साहब का दिल से आभार जताता हूं, जो उन्होंने हमें इस खूबसूरत शायरी का बहुत छोटे से परिवर्तन के साथ इस्तेमाल करने दिया। वसीम बरेलवी ने साथ ही शाहरुख से चर्चा के अनुभव को भी शेयर किया। उन्होंने कहा- शाहरुख ने जब कॉल किया था तो सामने से बड़े अदब के साथ एक आवाज आई... मैं शाहरुख खान बोल रहा हूं। और आदाब आदाब के साथ बातचीत शुरू होती है। दोनों में इतनी सम्मानपूर्वक बातचीत हुई कि वो वसीम शाहरुख की बातों से मना ही नहीं कर पाए।