बॉलीवुड की मशहूर फिल्मकार-कोरियोग्राफर फराह खान का कहना है कि माता-पिता बनने के बाद कुछ चीजों के प्रति लोगों का नजरिया अच्छे के लिए बदलता है. बता दें कि फराह खान ने विश्व ऑटिज्म दिवस पर जय वकील फाउंडेशन की 75वीं सालगिरह के कार्यक्रम में पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह बातें कही.
फराह ने मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों के भले के लिए फाउंडेशन से जुड़ने पर कहा कि, 'जब मैं मां बनी थी, तप इससे मेरी आंखें खुल गई थी, क्योंकि तब तक हम सब अपनी दुनिया में बिजी थे और सिर्फ अपने बारे में सोचते रहते थे. उस समय हम बहुत स्वार्थी जीवन जीते हैं लेकिन जब आपके बच्चे हो जाते हैं तो कुछ चीजों के प्रति आप बदलने लगते हैं.'
फराह ने आगे कहा कि, 'आप यह सोचते हुए मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों के माता-पिता के साथ सहानुभूति रखना शुरू कर देते है कि उन्हें हर परिस्थिति में अपने बच्चों को पालना-पोषणा है और बदकिस्मती से हम इन बच्चों को आसानी से अपने समाज में सम्मिलित नहीं करते है, लेकिन इस पर मुझे लगता है कि इसे बदलना चाहिए. उन्होंने माना कि इसके बारे में जितनी ज्यादा जागरूकता फैलाई जाए समाज को इसका उतना हे फायदा मिलेगा.
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