अहमदनगर: भारत में प्याज किसान इन दिनों भारी संकट से गुजर रहे हैं। किसानों द्वारा प्याज को औने-पौने कीमतों पर बेचने की खबरें निरंतर चर्चाओं में बनी हुई हैं। इसकी सबसे अधिक मार महाराष्ट्र के किसानों पर पड़ी है। यहां के अहमदनगर में किसानों की ओर से प्याज के दामों को बढ़ाने की मांग की गई है। इसके लिए सरकार को 15 दिनों का अल्टीमेटम भी दिया गया है।
आपको बता दें कि प्याज का दाम 30 रुपये प्रति किलो करने के लिए स्वाभिमानी किसान संगठन की ओर से 2 घंटे का चक्का जाम आंदोलन किया गया। किसानों का कहना है कि पिछली बार अच्छी वर्षा के कारण प्याज के पैदावार बढ़िया हुई थी। अप्रैल महीने में इसकी आवक बढ़ गई थी। जिसके पश्चात् से ही प्याज की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली है। फसल की लागत नहीं निकलने के कारण अन्नदाता बहुत हैरान और परेशान हैं। इसी के चलते किसानों ने सरकार से सहायता करने की अपील की है।
मार्केट कमिटी के अध्यक्ष अरूण तनपुरे ने कहा कि अप्रैल महीने से बाजार में प्याज की आवक बढ़ गई है। हफ्ते में 3 दिन बाजार में ऑक्शन होता है। इस बीच नाफेड ने भी प्याज खरीदना बंद कर दिया है। ऐसे में किसानों के सामने भारी संकट खड़ा हो गया है। यदि समय रहते प्याज की बिक्री नहीं होती है तो किसान की पूरी उपज रखे-रखे नष्ट हो जाएगी। सरकार को जल्द से जल्द निर्णय लेकर अनुदान पर प्याज खरीदना चाहिए। इस बीच किसानों ने सरकार को चेतावनी दी है। उनका कहना है कि यदि सरकार 15 दिनों के भीतर हमारी मांगों को नहीं पूरा करती है तो इसके बाद इससे भी बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
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