नई दिल्ली: केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। इस बीच भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के पक्ष में बुधवार को हरियाणा के जींद जिले में किसानों की महापंचायत में हिस्सा लेंगे। सर्वजातीय कंडेला खाप के प्रमुख टेकराम कंडेला ने मंगलवार को बताया कि कार्यक्रम के लिए जींद के कंडेला गांव में पर्याप्त इंतज़ाम किए गए हैं।
टिकैत के साथ ही कई खाप नेता भी इसमें शामिल होंगे। कंडेला ने कहा कि किसानों के आंदोलन का समर्थन करने के लिए यह बहुत विशाल जमावड़ा होगा। लगभग दो दशक पहले हरियाणा में किसानों का आंदोलन चलाने वाली कंडेला खाप ने कृषि कानूनों के विरुद्ध किसानों को अपना समर्थन दिया है। दूसरी खाप ने भी आंदोलन का समर्थन किया है। टेकराम कंडेला ने कहा कि बुधवार के कार्यक्रम में कृषि कानूनों को रद्द करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानूनी गारंटी की मांग की जाएगी।
बहरहाल, हरियाणा के भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढूनी हिसार जिले के उकलाना में सूरेवाला चौक पहुंचे और कृषकों को संबोधित किया। उन्होंने छह फरवरी को किसान यूनियनों द्वारा बुलाए गए राष्ट्रव्यापी चक्का जाम का समर्थन करने के लिए कहा। चढूनी ने किसानों के आंदोलन के मुख्य स्थलों में से एक गाजीपुर में प्रवेश रोकने के लिए बड़े-बड़े अवरोधक लगाए जाने की निंदा की।
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