नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की बॉर्डर पर हो रहे किसान आंदोलन को 11 माह हो चुके हैं, मगर सरकार और किसान नेताओं के बीच टकराव अभी भी जारी है। बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए तीन कृषि कानूनों को वापस लेने मांग कर रहे किसान नेता राकेश टिकैत ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि सरकार हठधर्मी है तो किसान भी अपनी मांगों से पीछे नहीं हटेगा।
गौरतलब है कि दिल्ली की सरहदों पर संयुक्त किसान मोर्चा पिछले 11 महीने से आंदोलन कर रहा है। वहीं आंदोलन को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि, 'जबतक सरकार वार्ता नहीं करेगी, कोई हल नहीं निकालेगी, यह आंदोलन जारी रहेगा।' सड़कों पर बैठे कृषकों को लेकर टिकैत ने कहा कि किसान की फसलें नष्ट हो गई हैं, मगर सरकार का कोई सहयोग नहीं मिला है। बिना मौसम बरसात से किसान पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
आंदोलन समाप्त करने को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि, 'सरकार के बातचीत करने की हम प्रतीक्षा कर रहे हैं। सरकार बात करे, हम भी अपने घर जाएं। यदि सरकार बात नहीं करेगी, आंदोलन का समाधान नहीं निकालेगी तो हम पीछे नहीं हटेंगे। सर्दियों में आंदोलन को लेकर अपनी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करेंगे।' राकेश टिकैत ने आगे कहा कि यदि कृषि बिल वापस नहीं हुआ तो हम पूरे देश में जाएंगे और आंदोलन करेंगे। बता दें कि सरकार और किसानों के बीच लगभग 11 दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है।
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