नई दिल्ली: नए कृषि कानून को वापस लेने और अपनी फसल के लिए न्यूनतम समर्थन कीमत की गारंटी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसान भारी आंकड़े में दिल्ली को दूसरे प्रदेशों से जोड़ने वाली सीमा पर डटे हैं। पंजाब से आए कृषक एक ओर जहां दिल्ली के सिंघु तथा टिकरी सीमा पर डेरा डाले हुए हैं, तो वहीं यूपी की बॉर्डर पर भी भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत के नेतृत्व में हजारों के आंकड़े में किसान जुट गए।
दरअसल पंजाब, हरियाणा तथा उत्तर प्रदेश के हजारों किसानों ने शनिवार को दिल्ली की ओर कूच किया तथा दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर डेरा डाल रखा है। राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले आंदोलनकारी किसानों से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आग्रह किया है कि वह आंदोलन समाप्त करें तथा एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा तय किए जगह पर जाकर धरना-प्रदर्शन करें, तब सरकार उनके साथ 3 दिसंबर से पहले भी चर्चा कर सकती है।
वहीं पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने शनिवार को किसानों से अपील की है कि वे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अपील स्वीकार करें तथा अपने प्रदर्शन को तय स्थान पर ले जाएं, जिससे उनके मुद्दे का शीघ्र से शीघ्र समाधान होने का मार्ग निकल सके। ऐसे में किसान आज 11 बजे बैठक करने वाले हैं, जिसमें अमित शाह की इस आग्रह पर विचार करेंगे। इससे पूर्व भारतीय किसान यूनियन के पंजाब प्रदेश अध्यक्ष जगजीत सिंह ने कहा, 'गृह मंत्री ने चर्चा के लिए शर्तें रखी है। यह अच्छा नहीं है। उन्हें बिना किसी शर्त के खुले दिल से चर्चा की पेशकश करनी चाहिए। हम अपनी प्रतिक्रिया तय करने के लिए रविवार प्रातः बैठक करेंगे।'
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