नई दिल्ली: नए कृषि कानूनों को लेकर कृषको का प्रदर्शन 39वें दिन भी जारी है। सोमवार को किसान संगठनों तथा सरकार के मध्य वार्ता भी होनी है। किसानों ने कहा कि यदि बैठक में बात नहीं बनी तो वे आंदोलन को तेज कर देंगे। दूसरी तरफ किसानों के मसले पर विपक्ष भी चौतरफा सरकार पर हमला कर रहा है।
देश एक बार फिर चंपारन जैसी त्रासदी झेलने जा रहा है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 3, 2021
तब अंग्रेज कम्पनी बहादुर था, अब मोदी-मित्र कम्पनी बहादुर हैं।
लेकिन आंदोलन का हर एक किसान-मज़दूर सत्याग्रही है जो अपना अधिकार लेकर ही रहेगा।
वही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कृषको के आंदोलन को लेकर मोदी सरकार पर वॉर किया है। राहुल ने रविवार प्रातः एक ट्वीट के माध्यम से सरकार को घेरा। राहुल ने ट्वीट कर कहा, "भारत एक बार फिर चंपारण जैसी त्रासदी झेलने जा रहा है। तब अंग्रेज कंपनी बहादुर था, अब मोदी-मित्र कंपनी बहादुर हैं। किन्तु आंदोलन का हर एक किसान-मज़दूर सत्याग्रही है जो अपना हक़ लेकर ही रहेगा।"
दूसरी तरफ, किसानों ने एक बैठक के पश्चात् निर्णय किया कि यदि सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो 6 जनवरी को कुंडली, मानेसर तथा पलवल हाईवे पर ट्रैक्टर मार्च होगा। इसके 2-3 दिन के अंदर शाहजहांपुर मोर्चे को आगे लाएंगे। इसके पश्चात् एक पखवाड़े तक पुरे भारत में अलग-अलग समारोह के तहत प्रदर्शन करेंगे। 18 जनवरी को महिला किसान दिवस के तौर पर मनाएंगे। 23 जनवरी को सुभाष चंद्र बोस के बर्थडे के अवसर पर सभी प्रदेशों में राजभवनों पर मार्च करेंगे, 26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर मार्च करेंगे।
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