नई दिल्ली: किसान आंदोलन में भाषण के दौरान पंजाब किसान यूनियन के अध्यक्ष रूलदू सिंह मनसा को अपने भाषण के दौरान खालिस्तानी आतंकी जरनैल सिंह भिंडरावाले की आलोचना करना भारी पड़ गया। 25 जुलाई 2021 को संयुक्त किसान मोर्चा ने रुलदू सिंह मनसा पर कार्रवाई करते हुए उन्हें 15 दिनों के लिए सस्पेंड कर दिया है।
बता दें कि मनसा ने भाषण के दौरान प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस के मुखिया गुरुपतवंत सिंह पन्नू पर सिख युवाओं का ब्रेनवॉश करने का इल्जाम लगाया था। दरअसल, मनसा के बयान पर पंजाब के 32 सिख संगठनों ने आपत्ति जताई थी, जिसके बाद मनसा के खिलाफ यह एक्शन लिया गया है। मनसा पर सिख समुदाय की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया गया था। यूनियन लीडर हरिंदर सिंह लखोवाल ने 32 सिख समूहों की मीटिंग का नेतृत्व किया और जगजीत सिंह दल्लेवाल ने संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक की अगुवाई की थी। कुंडली बॉर्डर पर मीडिया से बात करते हुए दल्लेवाल ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के मंच से मनसा ने जो भाषण दिया था, उससे सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंची है और ये हमारे संगठन की नीतियों के विरुद्ध है। वहीं लखोवाल ने रूलदू सिंह के भाषण को सिखों और बलिदानियों के खिलाफ करार दिया था। इसी के बाद मनसा पर 15 दिनों के लिए किसी भी मंच से कोई भी बयान देने पर बैन लगा दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रूलदू सिंह मनसा ने 21 जुलाई 2021 को प्रदर्शन कर रहे किसानों को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने विरोध प्रदर्शनों में खालिस्तानी ताकतों के घुसपैठ को लेकर भी बयान दिया था। हालाँकि, उन्होंने जरनैल सिंह भिंडरावाले या खालिस्तान आंदोलन का सीधे तौर पर नाम नहीं लिया था, किन्तु उनका भाषण स्पष्ट रूप से खालिस्तानियों के खिलाफ था।
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