नई दिल्ली: 3 कृषि कानूनों के विरुद्ध दिल्ली की बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे अन्नदाताओं ने मानसून सत्र के चलते संसद घेराव की अपील की थी। इसी क्रम में आज अन्नदाताओं की दिल्ली पुलिस के अफसरों के साथ मीटिंग हुई। इस के चलते पुलिस ने अन्नदाताओं को मनाने का पूरा प्रयास किया। पुलिस चाहती है कि किसान संसद के बाहर की जगह अपना प्रदर्शन कहीं और कर लें। इसके लिए उन्हें मनाने की कोशिश की जा रही है।
वही मीटिंग के पश्चात् किसान नेता दर्शन पाल ने बताया कि पुलिस से बात हुई। हमने पुलिस से बोला है कि 22 जुलाई को 200 व्यक्ति संसद जाएंगे तथा वहां किसान संसद चलाएंगे। हमने संसद के घेराव की बात कभी नहीं कही। हमें आशा है कि हमें मंजूरी प्राप्त होगी। मीटिंग से पहले भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ट्वीट कर बताया था कि वह 22 जुलाई को उनके 200 व्यक्ति संसद जाएंगे। उन्होंने विपक्ष के व्यक्तियों से भी अपनी बात सदन में उठाने को कहा।
इसके साथ ही दिल्ली एनसीआर के 7 मेट्रो स्टेशनों (जनपथ, लोक कल्याण मार्ग, पटेल चौक, राजीव चौक, केंद्रीय सचिवालय, मंडी हाउस, उद्योग भवन) को अलर्ट पर रखा गया। जिससे आवश्यकता पड़ने पर कभी भी बंद करवाया जा सके। दिल्ली मेट्रो पुलिस ने मेट्रो को चिट्ठी लिखकर बताया है कि मॉनसून सत्र में अन्नदाताओं ने संसद के घेराव की घोषणा की है। इसके मद्देनजर आवश्यकता पड़ने पर इन मेट्रो स्टेशनों को बंद किया जा सकेगा। हालांकि अभी दिल्ली मेट्रो की ओर से कोई उत्तर नहीं आया है मगर दिल्ली पुलिस के पास खबर है कि मानसून सत्र के चलते प्रदर्शनकारी मेट्रो ट्रेन के माध्यम से बड़ी संख्या में संसद के आसपास पहुंच सकते हैं।
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