श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के राष्ट्रीय अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने श्रीनगर के लालबाजार में प्रेस वालों से बात करते हुए उपराज्यपाल (LG) शासन की आलोचना करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर में चुनाव ना होने से बहुत नुकसान हो रहा है, क्योंकि लोकतंत्र तभी काम करता है, जब चुनाव होते हैं. एक LG और उसके सलाहकार पूरे राज्य को नहीं देख सकते. हर एक जगह एक MLA होता है, जो अपने क्षेत्र को देख सकता है. इसकी जिम्मेदारी है.
अब्दुल्ला ने कहा है कि राज्य में ब्यूरोक्रेसी होती है, जिसको चिंता नहीं होती है क्योंकि वह 60 वर्षों तक रिटायर नहीं होते हैं. एक विधायक को प्रत्येक पांच वर्षों लोगों के बीच जाना पड़ता है. वह काम नहीं करेगा, तो लोग उसको वोट नही देंगे, इसीलिए यह बेहद जरूरी है कि यहां चुनाव करवाए जाने चाहिए. LG मनोज सिन्हा ने बीरवाह बडगाम जिले में बयान दिया था कि अब वक़्त आ गया है कि चुनाव पारदर्शी होंगे और कोई भी लोकतंत्र को हाईजैक नहीं कर सकता है.
LG मनोज सिन्हा के बयान पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि लोकतंत्र हाईजैक वाली हालत में क्या एक रास्ता यह नहीं होता कि अदालत का दरवाजा खटखटाया जाए या चुनाव आयोग के पास जाया जाए. उसी प्रकार की स्थिति में इंदिरा गांधी को चुनाव से बाहर कर दिया था. जी-20 के संपन्न होने को लेकर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि सबसे बड़ा लाभ यह हुआ कि सड़कें मेकडमाइज हुई हैं. रंग रोगन हुआ, लाइटें चलने लगीं, इसका फायदा तो हमें हुआ पर अब देखना यह है कि क्या पर्यटन वहां से आएगा.
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