श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कांफ्रेंस (NC) के राष्ट्रीय अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने भारत सरकार द्वारा पाकिस्तान से बात न करने को लेकर अपनी नाराजगी प्रकट की है। अब्दुल्ला की शिकायत है कि जब भारत, बॉर्डर पर बैठे चीन से बात कर सकता है तो फिर पाकिस्तान से बात करने में क्या समस्या है।
मीडिया से बात करते हुए पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि, 'चीन हमारी बॉर्डर पर बैठा है। वो हमारे अंदर घुसे हुए हैं, मगर हम उनसे बात करते हैं, तो फिर हम पाकिस्तान के साथ बात क्यों नहीं कर रहे हैं? वो (पाकिस्तान) बात करने को तैयार है, मगर ये बात नहीं करते।' दरअसल, फारूक अब्दुल्ला गुरुवार (23 फ़रवरी) को श्रीनगर में मीडिया से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान से बात न करने के पीछे भाजपा को कारण बताया। उन्होंने कहा, 'ये (BJP) यदि समझते हैं कि धर्मों की लड़ाई से चुनाव जीतेंगे, तो ये मुल्क को मुसीबत में डाल रहे हैं। हमें यदि हिंदुस्तान को बचाना है, तो ये भेद दूर करना होगा।'
बता दें कि विगत 22 फरवरी को भारत और चीन के बीच बीजिंग में कूटनीतिक वार्ता हुई थी। इस दौरान LAC पर टकराव वाले बचे स्थानों से सैनिकों को पीछे हटाने के प्रस्तावों पर विचार-विमर्श हुआ था। भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी दोनों देशों के बीच हुए बैठक के बारे में बताया था। इसी के बाद फारूक अब्दुल्ला की प्रतिक्रिया आई, जिसमें उन्होंने अपनी नाराजगी प्रकट की है।
बता दें कि, फारूक अब्दुल्ला और PDP सुप्रीमो महबूबा मुफ़्ती लगातार भारत सरकार पर पाकिस्तान से बात न करने को लेकर हमला बोलते रहते हैं। उनका कहना है कि, भारत को पाकिस्तान के साथ बात करनी चाहिए, जबकि पाकिस्तान ने आज तक की वार्ताओं में किसी भी मुद्दे पर बनी सहमति का पालन नहीं किया है। इसलिए केंद्र की मोदी सरकार ने पड़ोसी मुल्क से दो टूक कह दिया है कि, जब तक पाकिस्तान आतंकवादियों को पालना-पोसना बंद नहीं करता और उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करता, तब तक उससे कोई बात नहीं होगी। हालाँकि, आतंकवाद की जड़ होते हुए भी अब्दुल्ला और मुफ़्ती लगातार पाकिस्तान से बात करने की वकालत करते रहते हैं।
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