बॉलीवुड के दिग्गज कलाकारों में एक्टर फारुख शेख को शुमार किया जाता है। इसके साथ ही फिल्मों में उन्हें अपने सादे और सरल अंदाज के लिए जाना जाता था। परन्तु इसके बावजूद उनका चुलबुला अंदाज भी लोगों को बहुत पसंद आया था। वहीं एक्टर ने अपने करियर में बाजार, चश्म-ए-बद्दूर और कथा जैसी फिल्मों में काम किया था।एक्टर का जन्म 25 मार्च 1948 को सूरत में हुआ था, एक्टर ने साल 1973 में आई बलराज साहिनी की फिल्म गरम हवा से अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके साथ ही फिल्म में उन्हें छोटा सा ही रोल मिला था परन्तु इस रोल से वे लाइम लाइट में आ गए थे। इसके साथ ही साल 1979 में फारुख शेख के अभिनय को पहचान मिली फिल्म नूरी से।
इसके साथ ही फिल्म के साथ फारुख की एक्टिंग की भी सराहना हुई थी। इसके बाद उमराव जान से तो वे एक बड़े कलाकार बन गए। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फिल्मों और थियेटर के इतने बड़े कलाकार फारुख शेख एक समय में भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर के करीबी थे। वहीं फारुख को ना सिर्फ क्रिकेट देखने का शौक था बल्कि वो अच्छा क्रिकेट भी खेल सकते थे। वहीं फारुख ने अपने पिता की बात मानते हुए वकालत शुरू की और उन्होंने कुछ समय तक इस स्ट्रीम में काम भी किया।
लेकिन सबकुछ ठीक नहीं चला और फारुख को वकालत कुछ खास रास नहीं आई और उन्होंन इस बात का निर्णय लिया कि वे एक्टिंग में ही अपने करियर को आगे बढ़ाएंगे। साल 2014 में रिलीज हुई 'यंगिस्तान' फारुख शेख की आखिरी फिल्म साबित हुई। इसके अलावा फारुख शेख ने टीवी शो 'जीना इसी का नाम है' में काम कर काफी नाम कमाया था।इस शो में उन्होंने कई बड़े सेलेब्स को बुलाया और उनके जीवन से जुड़ी यादें साझा कीं। वहीं शाहरुख खान से लेकर नसीरुद्दीन शाह तक इसमें मौजूद हुए थे। वहीं 28 दिसंबर 2013 को दुर्भाग्यवश फारुख शेख का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।
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