चिक्काबल्लापुर : कर्नाटक के चिक्काबल्लापुर जिले से एक हैरान कर देने वाला अभी 2 दिन पहले ही सामने आया जहां 15 साल की लड़की को 45 साल के व्यक्ति के साथ जबरन विवाह के लिए मजबूर कर दिया गया। ये मामला शिदलाघट्टा तालुक के गोरामादुगु गांव का बताया जा रहा है, जहां नारायणस्वामी और उनकी दूसरी पत्नी रुक्मिणी नामक व्यक्ति की पुत्री का विवाह बलुवनहल्ली गांव के मंजूनाथ के साथ हुआ।
खबरों का कहना है कि ये विवाह लड़की की मां रुक्मिणी की सहमति के बिना ही कर दिया गया। नतीजतन, पिता ने अपनी दूसरी पत्नी और बेटी को हानि पहुंचाने तक के लिए धमकाया था। लड़की के पिता नारायणस्वामी ने अपनी पत्नी की आपत्तियों की अनदेखी करते हुए शादी को आगे बढ़ाने के लिए मजबूर कर दिया और बेटी और मां दोनों को कई तरह से धमकी भी दी। इस गुप्त विवाह में केवल 2 परिवार के लोग ही शामिल थे, जिससे लड़की की सुरक्षा और भलाई को लेकर गंभीर चिंताएँ और भी ज्यादा बढ़ गई। चिक्काबल्लापुरा पुलिस फिलहाल केस की जाँच कर रही है और इसमें शामिल लोगों के विरुद्ध केस दर्ज कर चुकी है।
खबरों का कहना है कि यह बात नीति आयोग और एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन (AVA) द्वारा एक साल के अंदर भारत भर के 15,000 गांवों को बाल विवाह से मुक्त बनाने के लिए साझेदारी के एलान के पश्चात ही सामने आया था, इस पहल का उद्देश्य बच्चों की सुरक्षा, शिक्षा और सशक्तिकरण के लिए कमजोर इलाकों पर ध्यान केंद्रित करने वाले है। सहयोग के भाग के रूप में, 73 जिलों में आकांक्षी ब्लॉकों को लक्षित करने के लिए एक आशय पत्र (एसओआई) पर साइन किए। खबरों का कहना है कि इसका लक्ष्य बच्चों को बाल श्रम, तस्करी और बाल शादी जैसे मुद्दों से बचना जरुरी है, साथ ही इन इलाकों में बच्चों के लिए बाल सुरक्षित ग्राम नामक सुरक्षित स्थान बनाना जरुरी है।
यह पहल पीएम मोदी द्वारा वर्ष 2018 में शुरू किए गए आकांक्षी जिला कार्यक्रम (ADP) के अनुरूप है, इसका उद्देश्य इंडिया के 112 सबसे अविकसित जिलों में रहने की स्थिति में सुधार करना है। दो साल के आशय कथन (SoI) के भाग के रूप में, युवा लड़कियों को सशक्त बनाने और हिन्दुस्तान के कुछ सबसे वंचित और कमजोर इलाकों में शिक्षा प्रणाली को बढ़ाने के लिए एक विस्तृत रणनीति भी बनाई जाने वाली है।