अपने जवान बेटे को खोना कैसा होता है, ये उन माता-पिता से बेहतर कोई नहीं जान सकता, जिन्होंने किसी वजह से अपने 'जिगर के टुकड़े' को खो दिया हो. अमेरिका के केडेकोटा राज्य के रहने वाले जॉन रीड भी उन्हीं बदनसीब पिता में से एक हैं, जो पिछले वर्ष एक कार दुर्घटना में अपने 16 वर्षीय बेटे को खो दिया था. अब उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें वो काफी भावुक नजर आ रहे हैं और उनकी आंखों से आंसू निकल रहे हैं. यह वीडियो इतना भावुक कर देने वाला है कि शायद आप भी इसे देखेंगे तो इमोशनल हो जायेंगे.
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, जॉन ने अपने बेटे की मौत के बाद उसके शरीर को दफनाने के बजाय उसके अंगों को दान कर दिया था, ताकि किसी को नया जीवन मिल सके. इसके कुछ ही दिनों बाद ही उन्हें उपहार के रूप में एक टेडी बियर मिला, जिसे देख कर सिर्फ वहीं नहीं बल्कि पूरा सोशल मीडिया रो पड़ा. यह टेडी बियर उस शख्स ने भेजा था, जिसे जॉन के मृत बेटे का अंग मिला था और उसने उन्हें शुक्रिया बोलने के लिए वह टेडी बियर तोहफे में दिया था.
Last year, this man lost his 16-yr old son in a car wreck. He decided to donate his son’s organs, including his heart.
— Rex Chapman (@RexChapman) March 13, 2020
This month the heart recipient sent Dad a surprise gift - a teddy bear with a recording of his son's heartbeat.
Wait for it...pic.twitter.com/fXs5sm2qEn
बता दें की टेडी बियर में जॉन के बेटे की धड़कनें रिकॉर्ड हैं. जब उन्हें वो टेडी बियर मिला तो वह बेहद ही खुश हुए और कहा कि उन्हें इसकी उम्मीद नहीं थी. इसके बाद वह टेडी बियर को कान से लगाकर बेटे की धड़कनें सुनने लगते हैं, लेकिन तुरंत ही काफी भावुक हो जाते हैं और वीडियो रिकॉर्ड कर रही अपनी पत्नी को रिकॉर्डिंग रोक देने के लिए कहते हैं. जॉन बताते हैं कि वह रात में घंटों टेडी बियर को अपनी छाती पर रख कर बेटे की धड़कनें सुनते रहते हैं. उन्होंने उस व्यक्ति का शुक्रिया अदा करते हुए कहा है कि आपकी वजह से ही मैं अपने बेटे की धड़कनें दोबारा सुन पाया. जॉन के भावुक कर देने वाले वीडियो को ट्विटर पर रेक्स चैपमैन नाम की आईडी से 13 मार्च को शेयर किया गया था, जिसे अब तक एक करोड़ 20 लाख से भी ज्यादा बार देखा जा चुका है. इस वीडियो को देख कर लोग जॉन को सांत्वना भी दे रहे हैं, साथ ही उनकी तारीफ भी कर रहे हैं कि उन्होंने अपने बेटे के अंगों को दान कर एक नेक काम किया है.
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अगर नहीं होता यह वैज्ञानिक तो दो साल और चलता द्वितीय विश्वयुद्ध