लंदन: बाप-बेटे ने मिलकर घर में ही 10 करोड़ रुपए मूल्य के नकली नोट छाप डाले। इसके बाद उन्होंने ये नकली नोट अंडरवर्ल्ड से संबंधित लोगों को बेच दिए। इस मामले में पुलिस ने बाप-बेटे को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। हाल में ब्रिटेन की एक अदालत में इस मामले की सुनवाई हुई है। लंबी जांच के बाद बाप और बेटे को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया था। रिपोर्ट के अनुसार, पिता क्रिस्टोफर गॉन्ट और बेटे जॉर्डन गॉन्ट ने यॉर्कशायर के 'बैंक स्ट्रीट' पर मौजूद घर में 10 करोड़ रुपए के नकली नोट छापे थे। अदालत की सुनवाई में बताया गया कि किस तरह दोनों ने मिलकर नकली नोट छापे। 'वेस्ट यॉर्कशायर पुलिस' और 'नेशनल काउंटरफिट करेंसी एजेंसी' ने नकली नोटों के प्रचलन में आ जाने के बाद, दो वर्षों तक मामले की जांच की। फिर इस मामले का खुलासा किया।
नकली नोट के इस्तेमाल के संबंध में नेशनल क्राइम एजेंसी ने सूचना दी थी। बैंक स्ट्रीट पर मौजूद क्रिस्टोफर के घर पर रेड मारी गई। इस दौरान अधिकारियों ने मौके से 2 करोड़ रुपए के नकली नोट और इन्हें बनाने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण जब्त किए। इसके अलावा क्रिस्टोफर की गांव में मौजूद दूसरे ठिकाने से डाई, प्रिंटर्स मिले, इनका इस्तेमाल नकली नोट बनाने के लिए हुआ था। जांच में पता चला कि इन उपकरणों से बाप-बेटे ने मिलकर 10 करोड़ रुपए के नकली नोट बनाकर अंडरवर्ल्ड अपराधियों को बेच डाले। मामले से जुड़े जांच अधिकारियों ने बताया कि ये नकली नोट अपराध के लिए इस्तेमाल में लाए गए थे।
लीड्स क्राउन कोर्ट में 14 दिसंबर को क्रिस्टोफर गॉन्ट को उसके अपराध की वजह से साढ़े छह साल जेल की सजा सुनाई गई। हालांकि, बेटे जॉर्डन को 2 साल की सस्पेंडेड सजा दी गई है। मामले से संबंधित जांच अधिकारी पीसी कोनोर ने कहा कि क्रिस्टोफर और जॉर्डन मास्टरमाइंड थे। दोनों ने छोटे से टूरिस्ट शहर वेस्ट यॉर्कशायर में नकली नोट छापे।
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