रायपुर: कई हिन्दुओं को अपने मूल धर्म में ला चुके 'अखिल भारतीय घर वापसी' के अध्यक्ष प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने एक बार फिर से धर्मांतरित हुए 250 लोगों की सनातन धर्म में घर वापसी करवाई है। ईसाई धर्म अपना चुके ये सभी लोग 36 अलग-अलग परिवारों से थे। मंगलवार (21 फरवरी) को आयोजित किया गया घर वापसी का यह कार्यक्रम बुढ़ीमाई धाम, चिकनीपाली के इमलीपारा (बागबहार, जशपुर) छत्तीसगढ़ में हुआ। इस मौके पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ का भी आयोजन किया गया।
रिपोर्ट के अनुसार, प्रबल प्रताप ने घर वापसी करने वाले सभी लोगों के पैरों को गंगाजल से धोकर सनातन धर्म में उनका स्वागत किया। इस मौके पर धर्म जागरण समन्वय विभाग और आर्य समाज के लोग भी उपस्थित थे। बाद में वैदिक मंत्रो के साथ हुए हवन में घर वापसी करने वाले सभी सदस्य शामिल हुए। बाद में सभी ने एक स्वर में हिन्दू देवी देवताओं में आस्था प्रकट करते हुए भविष्य में हिन्दू धर्म में ही रहने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर प्रबल प्रताप ने धर्मांतरण की साजिश को राष्ट्रीय एकता और अखंडता के लिए खतरा करार दिया। उन्होंने कहा कि मिशनरी हमारी सनातन संस्कृति को समाप्त करना चाहती हैं। इस दौरान प्रबल प्रताप ने छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार और वहाँ के प्रशासन पर भी मिशनरियों की करतूतों को नज़रअंदाज़ करने का इल्जाम लगाया। मौके पर उपस्थित अन्य संगठनों के लोगों ने भी हिन्दू समाज की एकता पर जोर दिया और आपस में मिल-जुल कर रहने की अपील की।
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