उत्तरप्रदेश: धोखाधड़ी का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे, जी हाँ यह मामला है उत्तरप्रदेश के झांसी का है, जहां एक युवक ने खुद को सरकारी स्कूल का अध्यापक बताकर रिश्ता तय कर लिया था और तिलक की रस्म के बहाने नकदी और आभूषण ले लिए थे, वही जब वधु पक्ष को इस युवक की असलियत के बारे में पता चला तो उन्होंने रिश्ता तोड़ दिया और दिए गए नकदी आभूषण की मांग की, जिसे वर पक्ष ने देने से साफ़ इंकार कर दिया है, फिलाहल पुलिस मामले की जाँच कर रही है।
इस विषय पर पुलिस अधिकारियो ने मीडिया से कहा कि, उरई निवासी संतराम ने अपने बेटे ऋषि विजय को सरकारी अध्यापक बताकर उससे शादी तय की थी. शादी के बाद रस्में आगे बढ़ीं और तिलक की रस्म में सोने-चांदी के आभूषण व ढाई लाख रुपए दिए थे. वही उसके बाद वधु पक्ष को पता चला कि जिससे वह शादी करवाने जा रहे है, वह कोई सरकारी अध्यापक नहीं है.
वही जब इस बात की जानकारी लड़की की मां को पता चला कि तो उन्होंने रिश्ता तोड़ कर अपनी दी गई रकम और आभूषण मांगे, जिसे वर पक्ष ने देने से साफ़ मना कर दिया, जिसके बाद पीड़िता की मां उनकी यह शिकयत करने थाने पहुंची, फिलाहल पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर मामले की जाँच शुरू कर दी है.
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