इस शुक्रवार डायरेक्टर हबीब फैज़ल की फिल्म 'कैदी बैंड' रिलीज हुई है. आइये जानते है कैसी है ये फिल्म-
हबीब फैजल
आन्या सिंह, आदर जैन, सचिन
इस फिल्म की कहानी संजू (आदर जैन) और बिंदु (आन्या सिंह) के इर्द-गिर्द घूमती है. ये दोनों जेल में कैदी है. जेल का सुप्रीटेडेंट (सचिन पिलगांवकर) कैदियों को बताता है कि जेल में एक म्यूजिक कॉन्सर्ट होना है. संजू और बिंदु कुछ और कैदियों के साथ मिलकर एक बैंड का हिस्सा बनते है. फिर जेल में म्यूजिक कंसर्ट होता है जिसे देखने नेता और मीडिया पहुँचती है. फिर कैदियों का ये सेनानी बैंड जल्द ही इंटरनेट पर वायरल हो जाता फिर इस कहानी में और भी कई मोड़ आते है. इस कैदी बैंड को एक रॉक बैंड के साथ परफॉर्म करने का मौका मिलता है जिसकी प्राइस मनी 50 लाख रूपये रहती है. बैंड के सदस्य मॉल में म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट खरीदने जाते है इस बीच उनका भागने का प्लान भी रहता है. ये लोग भागने में कामयाब होते है या नहीं? ये जानने के लिए आपको फिल्म देखने जाना होगा.
इस फिल्म के मुख्य किरदार आदर जैन और आन्या सिंह की ये डेब्यू फिल्म है. इन दोनों ने न्यू कमर के हिसाब से अच्छा काम किया है. इस फिल्म में सिर्फ सचिन पिलगांवकर ही एक पुराना चेहरा बाकी सब नए चेहरे है.
कैदी बैंड की कहानी में दम नहीं है. फ़िल्म देखने पर एक डाक्यूमेंट्री ड्रामा की तरह लगती है. फिल्म के अंत में एक मैसेज देने की कोशिश की गई है. कुल मिलाकर फिल्म औसत से भी नीचे है. हम इस फिल्म को 2/5 रेटिंग देते है.
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