नई दिल्ली. नोट बन्दी के बाद तो ये हालात है कि हर कोई अब अर्थव्यवस्था के हालचाल पूछना चाहता है. बता दे कि मंगलवार को ही सरकार ने जीडीपी के आंकड़े पेश किए थे, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था पर नोटबंदी का कोई प्रभाव न पड़ने के संकेत मिले थे. यद्दपि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक दिन बाद ही इसे खारिज कर दिया और कहा कि नोटबंदी का जीडीपी के आंकड़ों पर असर रहा है, किन्तु आगे जीडीपी तेजी से बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि जो लोग ग्रामीण क्षेत्रों में नोट बन्दी के ज्यादा नकारात्मक प्रभाव की बात कर रहे है, उन्हें आंकड़ों पर नजर डालनी चाहिए. कृषि क्षेत्र में तेजी से विकास हुआ है.
अरुण जेटली ने कहा कि जीडीपी में आगे और सुधार होगा, इन दिनों जेटली इन दिनों ब्रिटेन के दौरे पर हैं. उन्होंने कहा कि मार्च में बैंकों से कैश विथड्रॉल पर रोक हटाई जा रही है, इससे लोगो के पास कैश भरपूर मात्रा में रहेगा. जीडीपी के 2016-17 के आकड़ो के अनुसार, में 7.1 फीसदी की बढ़त का अनुमान जताया गया है. तीसरी तिमाही में भी नोटबंदी के बाद 7 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है.
बता दे की जीडीपी आंकड़ों में सुधार कृषि क्षेत्र में हुई उन्नति के कारण दर्ज की गई है किन्तु जीडीपी के आंकड़ो पर इकोनॉमिस्ट्स ने सवाल उठाए है.
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