चेन्नई : कुत्ते को तीन मंजिला इमारत से नीचे फेंकने का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालने वाले दो मेडिकल छात्रों को एनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ इंडिया को 2 लाख रुपए जुर्माना राशि देनी होगी। कुछ महीने पहले सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें दो छात्र छत से एक कुत्ते को नीचे फेंक रहे थे। वीडियो के वायरल होने पर स्वयंसेवी संगठन के सदस्यों ने आरोपियों की पहचान के साथ पीडि़त कुत्ते को भी बचाया और उसका इलाज भी करवाया।
स्वयंसेवी संगठन के दवाब के कारण पुलिस ने दोनों आरोपी छात्रों के खिलाफ शिकायत दर्ज की। छात्रों की पहचान माधा मेडिकल कॉलेज के गौतम सुदर्शन और आशीष पॉल के रूप में की गई। हालांकि गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपी छात्रों को बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया। इसके बाद स्वयंसेवी संगठन के सदस्यों ने हाईकोर्ट में दोनों आरोपियों से कुत्ते के इलाज के लिए मुआवजे की मांग की थी।
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हाईकोर्ट के आदेश पर तमिलनाडु डॉ. एमजीआर मेडिकल विश्वविद्यालय ने चार सदस्यों की एक टीम का गठन किया था। कुलपति डॉ. एस. गीतालक्ष्मी ने कहा कि समिति ने दोनों आरोपियों पर दो-दो लाख रुपए मुआवजा देने की बात कही। हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार मुआवजे की राशि एनिमल वेलफेयर बोर्ड को भुगतान करना है। समिति में डीन ऑफ स्टूडेंट डॉ. एसवी सेंथिलनाथन, परीक्षा नियंत्रक डॉ. परमेश्वरी, लॉ ऑफिसर जी. कन्नबिरन और रजिस्ट्रार शामिल थे।
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