कोच्ची: केरल ट्रिपल ब्लास्ट के बाद की गई टिप्पणी को लेकर केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर के खिलाफ राज्य पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए FIR दर्ज कर ली है। केरल पुलिस ने मंगलवार (31 अक्टूबर) को कहा कि केंद्रीय मंत्री के बयानों ने कथित तौर पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा दिया। केरल पुलिस ने कोच्चि विस्फोटों और राज्य के मलप्पुरम जिले में जमात ए इस्लामी समूह द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में फिलिस्तीनी आतंकी संगठन 'हमास' नेता के वर्चुअल भाषण को लेकर की गई सोशल मीडिया पोस्ट पर मंत्री के खिलाफ खुद ही FIR दर्ज की है।
So the two INDI alliance partners @RahulGandhi and @PinarayiVijayan have jointly filed a "case" against me
— Rajeev Chandrasekhar ???????? (@Rajeev_GoI) October 31, 2023
Two of biggest appeasers in Indian politics who shamelessly appease poisonous radical violent organizations like SDPI, PFI and Hamas, whose politics have caused… pic.twitter.com/rTOLCULeDT
कोच्चि शहर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मीडिया को बताया कि केंद्रीय मंत्री के खिलाफ IPC की धारा 153ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और केरल पुलिस अधिनियम की धारा 120 (ओ) (उपद्रव और सार्वजनिक व्यवस्था का उल्लंघन करना) के तहत FIR दर्ज की गई है। बता दें कि, केरल के कलामासेरी में एक ईसाई समूह के कन्वेंशन सेंटर में रविवार सुबह हुए 3 विस्फोटों में तीन लोगों की मौत हो गई और 52 अन्य घायल हो गए थे। घटना के बाद केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर और केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई थी।
धमाकों के बाद चंद्रशेखर ने एक्स पर केरल के सीएम पिनाराई विजयन की आलोचना करते हुए पोस्ट डाले थे। उन्होंने कहा था कि, "भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे बदनाम मुख्यमंत्री (और गृह मंत्री) पिनाराई विजयन की गंदी बेशर्म तुष्टीकरण की राजनीति। मुख्यमंत्री दिल्ली में बैठकर इजराइल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जबकि केरल में आतंकवादी हमास द्वारा जिहाद के खुले आह्वान के कारण निर्दोष ईसाइयों पर हमले और बम विस्फोट हो रहे हैं।" इसके बाद, सोमवार को मुख्यमंत्री विजयन और चंद्रशेखर के बीच जुबानी जंग हुई और भाजपा नेता ने विजयन को "झूठा" कहा। केरल के मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री के 'झूठे' तंज का जवाब देते हुए कहा कि, 'राजीव चंद्रशेखर सिर्फ जहर नहीं हैं बल्कि बहुत शक्तिशाली जहर हैं।'
केरल में ब्लास्ट:-
केरल के कलामासेरी में एक ईसाई समूह के कन्वेंशन सेंटर में रविवार सुबह हुए सिलसिलेवार विस्फोटों में तीन लोगों की मौत हो गई और 52 अन्य घायल हो गए। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि कलामासेरी विस्फोट एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) के कारण हुआ था। डोमिनिक मार्टिन नाम के एक व्यक्ति ने विस्फोटों की जिम्मेदारी ली और त्रिशूर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। हालांकि पुलिस ने अभी तक विस्फोट में उसके शामिल होने की पुष्टि नहीं की है। रविवार सुबह 9 बजे के आसपास केरल में ये ब्लास्ट हुए थे, और दोपहर 12 बजे सीएम विजयन दिल्ली में गाज़ा और फिलिस्तीनियों को बचाने पर भाषण देते हुए नज़र आए थे, जिसको लेकर केंद्रीय मंत्री ने उनकी आलोचना की थी, जिनपर अब FIR दर्ज हो गई है।
हिंदू नरसंहार का आयोजन
— शुभम् हिन्दू (@Shubhamhindu01) October 28, 2023
ये कोई अरब देश नही ये केरला है।
ये भारत और भारत के हिंदुओ के लिए चिंता की बात है।
आतंकवादी संगठन हमास का नेता खालिद मशाल ने मल्लापुराम में जमात-ए-इस्लामी की युवा शाखा को संबोधित किया, जिसे भारत के अंदर मिनी पाकिस्तान के रूप में जाना जाता है।
पोस्टर… pic.twitter.com/0GeCMMbiGF
हिंदुत्व और यहूदीवाद को उखाड़ फेंको:-
बता दें कि, इस फ़िलिस्तीन समर्थक रैली का आयोजन केरल में जमात-इस्लामी की युवा शाखा, सॉलिडैरिटी यूथ मूवमेंट द्वारा किया गया था। फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के पूर्व प्रमुख खालिद मशाल ने सभा को ऑनलाइन अरबी भाषा में संबोधित किया। हमास के आतंकी को सुनने के लिए बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग वहां मौजूद थे। इस विवादित कार्यक्रम के फुटेज में एक पोस्टर प्रदर्शित किया गया था, जिस पर लिखा था कि, "बुलडोजर हिंदुत्व और रंगभेदी यहूदीवाद को उखाड़ फेंको।" मजे की बात तो ये है कि, केंद्रीय मंत्री पर उनके आलोचनात्मक बयानों के लिए FIR दर्ज करने वाली केरल पुलिस ने फिलिस्तीनी आतंकी संगठन 'हमास' के लिए रैली आयोजित करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है, शायद इसे ही तुष्टिकरण या वोटबैंक की राजनीति कहते हैं।
प्रियंका को आई शर्म, तो सोनिया गांधी को हुआ दर्द, आखिर भारत ने ऐसा कौन-सा 'पाप' कर दिया ?
'हिंदुत्व और यहूदीवाद को उखाड़ फेंको..', भारत में जहर उगल गया 'हमास' का आतंकी, क्या कर रही थी सरकार ?