लखनऊ: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक AltNews वाले मोहम्मद जुबैर और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Twitter के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। मोहम्मद जुबैर ने एक वीडियो साझा करते हुए आरोप लगाया था कि लोनी में अब्दुल समद नाम के एक बुजुर्ग से जबरन ‘जय श्री राम’ बुलवाया गया, जबकि आरोपितों में आरिफ, आदिल और मुशाहिद के नाम थे। पुलिस की जाँच में ये मामला सांप्रदायिक नहीं पाया गया। पुलिस के अनुसार, ताबीज देने को लेकर मारपीट हुई थी।
गाजियाबाद के लोनी थाने में बीते मंगलवार को दर्ज FIR में लिखा है कि पुलिस को विश्वस्त सूत्रों से पता चला कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ। उक्त वीडियो में कुछ लोग अब्दुल समद नामक शख्स की पिटाई करते हुए और उसकी दाढ़ी काटते हुए नज़र आ रहे हैं। FIR के मुताबिक, सोशल मीडिया में इस वीडियो के साथ दावा किया गया कि आरोपित हिन्दू समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, जिन्होंने बुजुर्ग से जबरन ‘जय श्री राम’ बुलवाया। जिन्होंने इस घटना की सत्यता की जाँच किए बगैर ही इसे सांप्रदायिक एंगल दे दिया, इन लोगों में मोहम्मद जुबैर, मीडिया पोर्टल ‘द वायर’, राणा अयूब, सलमान निजामी और सबा नकवी, सबा मोहम्मद और मक़सूर उस्मानी शामिल हैं। FIR में इन सभी के नाम का जिक्र है।
आरोप लगाया गया है कि इन लोगों ने अचानक लोक शांति को नुकसान पहुँचाने और धार्मिक समूहों में विभाजन के लिए संदेशों को प्रचारित-प्रसारित किया गया। बता दें कि मोहम्मद जुबैर फैक्ट-चेक का दावा करने वाले पोर्टल AltNews के सह-संस्थापक है। वहीं, राणा अयूब विदेशी मीडिया के लिए लिख कर देश विरोधी प्रोपेगंडा फैलाती हैं। वहीं सबा नकवी भी वरिष्ठ पत्रकार हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर फेक न्यूज़ उन्होंने भी फैलाई है। सलमान निजामी कांग्रेस के नेता हैं। मक़सूर उस्मानी AMU छात्र संघ के अध्यक्ष थे और दरभंगा से ताल्लुक रखते हैं।
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