रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल पर एफआईआर दर्ज होने वाली है। जी दरअसल हाल ही में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बयान देते हुए कहा, 'कानून से ऊपर कोई नहीं है। चाहे वो मेरे 86 साल के पिता ही क्यों न हों। छत्तीसगढ़ सरकार हर जाति, हर धर्म, हर वर्ग हर समुदाय के लोगों के सम्मान करती है।' जी दरअसल, सीएम के पिता ने ब्राह्मण समाज को लेकर आपत्तिजनक बात कही थी और इसी के चलते उन पर एफआईआर दर्ज होने वाली है। मिली जानकारी के तहत नंद कुमार बघेल के बयान के बाद से ब्राह्मण समाज आक्रोशित है।
वहीँ दूसरी तरफ विपक्षी पार्टी बीजेपी लगातार नंद कुमार बघेल के बयान की कड़ी निंदा कर रही है और विरोध प्रदर्शन कर रही है। इस समय ब्राम्हण समाज भी खुलकर विरोध करने में लगा हुआ है। बीते शनिवार को एक रैली में नंद कुमार बघेल के पुतले को घसीटा गया और लात घूसे मारे गए। केवल यही नहीं बल्कि लोग नंद कुमार बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग भी कर रहे थे। यह सब होता देख अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को एफआईआर दर्ज करने का आदेश देना पड़ा। वहीं दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ में बीजेपी के मामलों की प्रभारी डी पुरंदेश्वरी के 'थूकने' वाले बयान को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीते शनिवार को 'किसानों का अपमान' बताया और भाजपा से 'माफी' की मांग की।
जी दरअसल बीते दिनों राज्य के दक्षिण क्षेत्र के नक्सल प्रभावित बस्तर जिले में बीजेपी ने 31 अगस्त से दो सितंबर चिंतन शिविर का आयोजन किया था। यहाँ शिविर के अंतिम दिन पार्टी की राज्य प्रभारी डी पुरंदेश्वरी ने बस्तर संभाग के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था, "एक बार अगर बीजेपी कार्यकर्ता पीछे मुड़कर थूकेंगे तब उसमें भूपेश बघेल और उनका पूरा मंत्रिमंडल बह जाएगा।" अब उनके इसी बयान पर मुख्यमंत्री ने पलटवार किया है और कहा है कि, 'बीजेपी में जाने के बाद पुरंदेश्वरी की मानसिक स्थिति इस स्तर पर उतर गई है।'
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